रायपुर(एजेंसी):छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान कल यानी 7 नवंबर को होगा। विधानसभा की 90 में से 20 सीटों पर वोटिंग होगी। इन सीटों पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत भाजपा और कांग्रेस के कई दिग्गजों की साख दांव पर लगी है।छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 20 सीटों पर 223 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाने के लिए चुनावी मैदान में हैं। इनमें 198 पुरुष और 25 महिलाएं हैं। दिग्गज उम्मीदवारों में भाजपा से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह और उनकी कैबिनेट में रह चुके पांच मंत्री शामिल हैं, जबकि कांग्रेस से भूपेश बघेल के तीन मंत्री, एक सांसद और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज और मौजूदा विधायकों की किस्मत 7 नवंबर को लिखी जाएगी।
चित्रकोट विधानसभा: मैदान में कांग्रेस अध्यक्ष हैं
चित्रकोट विधानसभा सीट भी खासा लाइमलाइट में है, क्योंकि यहां से छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज चुनावी मैदान में उतरे हैं। दीपक के सामने भाजपा से विनायक गोपाल ने ताल ठोकी है। बता दें कि कांग्रेसी सांसद दीपक बैज ने साल 2018 का विधानसभा चुनाव चित्रकोट सीट से जीता था। फिर 2019 के लोकसभा चुनाव में बस्तर से सांसद चुने गए।
राजनांदगांव: रमन सिंह और गिरीश देवांगन के बीच टक्कर
राजनांदगांव विधानसभा बेहद अहम है, क्योंकि यह सीट पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का गढ़ मानी जाती है। साल 2008 से 2018 तक वह इसी सीट से चुनाव लड़े और जीते हैं। इस साल भी रमन सिंह को राजनांदगांव विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा गया है। रमन सिंह को टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने पार्टी के वरिष्ठ नेता गिरीश देवांगन यहां से खड़ा किया है।
कवर्धा : भूपेश के मंत्री के सामने हैं भाजपा के विजय
कवर्धा विधानसभा सीट से मौजूदा कांग्रेस विधायक और भूपेश बघेल सरकार में मंत्री मोहम्मद अकबर चुनाव मैदान में हैं। भाजपा ने अकबर को चुनावी जंग में मात देने के लिए विजय शर्मा को मैदान में उतारा है। मजेदार बात ये हैं कि इस सीट से 16 प्रत्याशी मैदान में हैं।
कोंडागांव: BJP की पूर्व मंत्री और कांग्रेस के विधायक
छत्तीसगढ़ की कोंडागांव विधानसभा से भाजपा और कांग्रेस के दो दिग्गज नेता चुनावी मैदान में हैं। जहां कांग्रेस ने इस सीट से ही मौजूदा विधायक मोहन मरकाम को दोबारा टिकट दिया है। वहीं भाजपा ने रमन सरकार में मंत्री रह चुकीं लता उसेंडी को मैदान में उतारा है। बता दें कि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में मोहन मरकाम ने लता को 1796 वोट से मात दी थी।
कोटा: पांच बार के विधायक के सामने BJP ने उतारा नया चेहरा
उड़ीसा और तेलंगाना की सीमा पर स्थित राज्य की कोटा विधानसभा पर 24 साल से लगातार कांग्रेस पार्टी का कब्जा है। इस बार भी कांग्रेस ने कोटा सीट से लगातार पांच बार विधायक रहे और छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री कवासी लखमा को ही मैदान में उतारा है। वहीं भाजपा ने इस सीट पर सोयम मुका को टिकट दिया है। बता दें कि 10वीं पास सोयम मुका पहली बार चुनावी मैदान में उतरे हैं।
केशकाल: विधानसभा उपाध्यक्ष और पूर्व आईएएस के बीच टक्कर
कोंडागांव जिले में आने वाली इस केशकाल विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने विधानसभा उपाध्यक्ष व दो बार के विधायक संतराम नेताम को फिर से टिकट दिया है, जबकि भाजपा ने भारतीय प्रशासनिक सेवा से त्यागपत्र देकर राजनीति में कदम रखने वाले नीलकंठ टेकाम को मैदान में उतारा है। बता दें कि साल 2013 से लगातार कांग्रेस का कब्जा है।
इन सीटों पर भी रहेगी नजर
- नारायणपुर से भाजपा प्रत्याशी केदार कश्यप के सामने कांग्रेस प्रत्याशी चंदन कश्यप।
- बीजापुर से भाजपा प्रत्याशी महेश गागड़ा के सामने कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम मंडावी।
- अंतागढ़ से भाजपा प्रत्याशी विक्रम उसेंडी के सामने कांग्रेस प्रत्याशी रुप सिंह पोटाई।
- दंतेवाड़ा से भाजपा प्रत्याशी चेतराम अरामी के सामने कांग्रेस प्रत्याशी छविंद्र महेंद्र कर्मा।