कोरबा@M4S:भाजपा के दिग्गज नेता व पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने परिवर्तन यात्रा को लेकर दिए गए बयान में कहा कि इसको कोरबा जिले में अपार समर्थन मिला जिससे पार्टी काफी उत्साहित है। उन्होंने आगे कहा कि जिले की सडक़ें बद से बदतर हो गई है लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ शासन में लूट, खसोट मची हुई है। खासकर माफियाओं का राज है।
शुक्रवार को रामजानकी मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद धरम लाल कौशिक ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए उक्त बातें कही। उन्होंने आगे कहा कि राज्य में परिवर्तन को लेकर यात्रा निकाली जा रही है जिसे कोरबा जिले में व्यापक समर्थन मिला। सभी जगहों पर पार्टी कार्यकर्ताओं सहित आम लोगों ने स्वागत किया। सभा स्थल पर अभूतपूर्व भीड़ रही। आगे जिले की समस्याओं के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि यहां पर सडक़ों की हालत काफी खराब है। लगातार जाम की स्थिति बनी रहती है। कुसमुंडा मार्ग 4 वर्षों से निर्माणाधीन है जबकि यहां के ठेकेदार को सीएसआर मद से पूरी राशि मिल चुकी है इसके बावजूद इसका निर्माण नहीं हो पाना लापरवाही को दर्शा रहा है। इसकी वजह से इस क्षेत्र के हजारों लोगों को प्रतिदिन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जाम की वजह से स्कूली बच्चे समय पर गंतव्य स्थल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं लेकिन इस ओर कांग्रेस के किसी भी जनप्रतिनिधि का ध्यान नहीं है जबकि भाजपा इसे लेकर अनेक बार आंदोलन कर चुकी है। जिले में रेत, कोयला, कबाड़, डीजल माफियाओं का राज है। इसे सत्ता में बैठे लोगों का समर्थन प्राप्त है। इसी तरह बिजली की समस्या लगातार बनी हुई है। कुल मिलाकर जिले में समस्याओं का अंबार है जिसे कांग्रेस की सरकार दूर करा पाने में सक्षम नहीं है। इसी तरह जगह-जगह राखड़ डम्प की समस्या बनी हुई है जिसमें स्थानीय विधायक का समर्थन है। प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि पिछली बार कांग्रेस ने जो घोषणा पत्र जारी किया था वह आज तक पूर्ण नहीं हो सका है। खासकर शराबबंदी, पेंशन योजना का हाल बुरा है।
इस दौरान प्रमुख रूप से मुंगेली विधायक पुन्नूलाल मोहले, प्रदेश उपाध्यक्ष मोतीलाल साहू, बिलासपुर संभाग के सह प्रभारी अनुराग सिंहदेव, कोरबा विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी लखनलाल देवांगन, पूर्व महापौर जोगेश लाम्बा, जिलाध्यक्ष डॉ. राजीव सिंह, जिला कोषाध्यक्ष गोपाल मोदी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
ननकीराम ने जताया विरोध
वरिष्ठ आदिवासी नेता ननकीराम कंवर ने राज्य सरकार द्वारा महत्वपूर्ण पदों पर सेवानिवृत्त अधिकारियों को पदस्थ किए जाने के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस संबंध में उन्होंने केन्द्र के गृह मंत्रालय को पत्र प्रेषित कर कार्यवाही करने की मांग करते हुए कहा है कि इन दिनों राज्य में अनेक महत्वपूर्ण पदों पर सेवानिवृत्त अधिकारियों को फिर से पदस्थ किया जा रहा है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इसके पीछे राजनीतिक खेल खेला जाएगा। खासकर चुनाव के समय इन अधिकारियों से सांठ-गांठ कर राज्य की सरकार गड़बड़ी कर सकती है। ऐसे में आगामी चुनाव को देखते हुए सभी अधिकारियों के संविदा नियुक्ति को निरस्त किया जाए।