नई दिल्ली(एजेंसी):लोकसभा में सरकार के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव गुरुवार को गिर गया। विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर ध्वनिमत से मतदान हुआ, जिसे खारिज कर दिया गया। लोकसभा में पीएम मोदी के संबोधन के बाद अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान काराया गया था।
पीएम ने सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर दिया जवाब
इससे पहले पीएम मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव पर सदन में जवाब दिया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों पर हमले के साथ की। उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव मेरे लिए शुभ होता है और भाजपा 2024 में सारे रिकॉर्ड तोड़ेगी। उन्होंने विपक्ष से कहा कि आप 2028 में फिर से तैयारी करके आइएगा और अविश्वास प्रस्ताव लाइएगा।
कब लाया गया था अविश्वास प्रस्ताव?
बता दें कि विपक्षी दल कांग्रेस ने 26 जुलाई को सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, जिसे लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने स्वीकार किया था। इसके बाद इस पर चर्चा के लिए आठ, नौ और 10 अगस्त का दिन चर्चा के लिए तय किया गया। इस पर पीएम मोदी ने 10 अगस्त यानी कि गुरुवार को जवाब दिया।
विपक्षी सांसदों का वॉकआउट
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्षी सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर लिया था। उनका कहना था कि हमें पीएम से जिस मुद्दे पर बोलने की उम्मीद थी, उन्होंने ऐसा नहीं बोला। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
गौरव गोगोई ने सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि यह अविश्वास प्रस्ताव I.N.D.I.A के सदस्य के रूप में मेरे द्वारा लोकसभा में प्रस्तुत किया गया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं। पीएम मोदी मणिपुर का दौरा न करने पर इतने अड़े क्यों हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दो घंटे से चर्चा चल रही है, लेकिन मणिपुर को न्याय मिलता नहीं दिख रहा है।