बालको के पर्यावरण-जागरूकता कार्यक्रमों ने प्रकृति संरक्षण को दिया बढ़ावा
कोरबा@M4S:वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियमम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने वित्तीय वर्ष में हरित पहलों के माध्यम से पर्यावरणीय प्रबंधन के प्रति अपनी निरंतर प्रतिबद्धता प्रदर्शित की। सस्टेनेबिलीटी के प्रति अपने अटूट समर्पण को दर्शाते हुए बालको ने अपने पर्यावरणीय फुटप्रिंट को कम करने, वृक्षारोपण, सार्थक कर्मचारी जुड़ाव और हरित प्रतियोगिताओं के माध्यम से प्रकृति संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय कदम उठाए हैं।
बालको ने सतत विकास की संस्कृति को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता के लिए संगठन के भीतर ‘ग्रीन टीम ऑफ द मंथ’ प्रतियोगिता शुरू की है। प्रतियोगिता कंपनी के प्रत्येक विभाग के बीच मासिक आधार पर होती है जिसका मूल्यांकन ग्रीन चैंपियन स्कोरकार्ड नामक पद्धति से होता है। स्कोरकार्ड विभिन्न महत्वपूर्ण मापदंडों जैसे विशिष्ट ऊर्जा खपत, विशिष्ट जल खपत, जल निर्वहन, अपशिष्ट प्रबंधन, पर्यावरण पहल, कार्बन उत्सर्जन में कमी, पर्यावरण पर प्रशिक्षण और जागरूकता, नियंत्रण उपकरण उपलब्धता आदि के आधार पर प्रत्येक एसबीयू के प्रदर्शन का मूल्यांकन करता है। इस पहल ने विभागों के बीच सकारात्मक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा दिया है जिससे पर्यावरण प्रथाओं में निरंतर सुधार हो रहा है। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विभाग को पारिस्थितिक संरक्षण के प्रति उसके समर्पण और दूसरे विभागों को प्रेरित करने के लिए सम्मानित किया गया है।
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कंपनी ने पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न पहल की शुरूआत की हैं। इनमें “इको-फ्रेंडली बिजनेस पार्टनर ऑफ द ईयर” और “ग्रीन चैंपियन ऑफ द ईयर” पुरस्कार शामिल हैं। इन पुरस्कारों का उद्देश्य उन व्यापारिक साझेदारों और व्यक्तियों को सम्मानित करना है जिन्होंने पूरे वर्ष हरित प्रथाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया हो। इन पहलो के माध्यम से कंपनी ने सतत संस्कृति को बढ़ावा दिया है। बालको ने पर्यावरण संरक्षण मुहिम में कर्मचारियों को शामिल कर उन्हें सतत विकास के प्रति संवेदनशील बनाने के लिए ‘ग्रीनर बर्थडे’ की अवधारणा विकसित की है। पहल के अंतर्गत कर्मचारियों अपने जन्मदिन की पूर्व संध्या पर एक फल का पौधा लगाना होता है। कर्मचारियों ने पहल का स्वागत किया, जिसमें उन्हें अपने जन्मदिन के अवसर पर पर्यावरण की दृष्टि से जिम्मेदार नागरिक बनने का मौका मिला। अब तक 150 से अधिक कर्मचारियों द्वारा फलदार आम, अमरूद, कटहल और केले के पौधे लगाये जा चुके हैं।
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बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक राजेश कुमार ने कहा कि हम अपने पारिस्थितिकी तंत्र को बहाल करने और संरक्षित करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध हैं। तकनीक और नवीन सोच को अपनाकर हम आने वाली पीढ़ियों के लिए स्थायी और हरित भविष्य बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। हम सतत प्रथाओं में सबसे आगे रहने और उद्योग के लिए एक उदाहरण स्थापित करने का प्रयास करते हैं। बालको प्रकृति संरक्षण के महत्व समझते हुए हरित कल और पारिस्थितिक संतुलन को सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध हैं।
बालको ने वित्तवर्ष 2023 में 1.23 लाख से अधिक पौधे लगाए। कंपनी ने हाल ही में अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अपने संयंत्र परिसर और व्यावसायिक प्रथाओं में इलेक्ट्रिक वाहनों और फोर्कलिफ्ट को अपनाया है। कंपनी का लक्ष्य वर्ष 2030 तक नेट वाटर पॉजिटिविटी और 2050 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन की स्थिति हासिल करना है। बालको ने सतत व्यावसायिक प्रथाओं को बढ़ावा देते हुए तालाबों के जीर्णोद्धार, वृक्षारोपण, कपड़े के थैले वितरण आदि सहित पर्यावरण-अनुकूल सामुदायिक भागीदारी पहल का संचालन किया है। कंपनी ने हाल ही में वित्तवर्ष 2024 में 1 लाख से अधिक पौधे लगाने का वादा किया है।
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