अस्पतालों में व्यवस्था प्रभावित, कई विभागों में भी यही स्थिति
कोरबा@M4S: संविदा कर्मी नियमितीकरण और स्वास्थ्य कर्मी अपनी 24 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं। 33 विभाग के संविदा कर्मी आंदोलन का हिस्सा है। वहीं सरकारी अस्पतालों के स्वास्थ्य कर्मी भी हुंकार भर रहे हैं। कर्मियों के आंदोलन के कारण अस्पतालों में जहां व्यवस्था प्रभावित है, वहीं शासकीय कार्यालयों में भी कामकाज पर असर दिख रहा है। हालांकि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत काम चलाने का दावा अफसर जरूर कर रहे हैं।
शहर के आईटीआई चौक पर नियमितीकरण की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी अनिश्चिकालीन हड़ताल पर बैठे हैं, जिससे सभी सरकारी विभागों के काम प्रभावित हो रहे हैं। हड़ताल में शामिल संविदा कर्मी विभिन्न कार्यक्रम के जरिए शासन-प्रशासन तक अपनी मांग पहुंचा रहे हैं। गुरुवार को चौथे दिन संविदा कर्मियों की उपस्थिति बड़ी संख्या में रही। सुबह से धरना चलता रहा। बुधवार शाम को संविदा कर्मियों ने आंदोलन स्थल पर रंगोली बनाकर उसमें नियमितीकरण का संदेश लिखकर अपनी मांग रखी।एक ओर अनियमित कर्मचारी हड़ताल पर है तो दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग के नियमित कर्मचारी भी छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले 24 सूत्रीय मांग को लेकर मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल गए हैं। जिले में करीब 2 हजार कर्मचारी हड़ताल शामिल है। स्वास्थ्य कर्मचारी जिला मुख्यालय में तानसेन चौक के पास पंडाल लगाकर धरना-प्रर्दशन में बैठे हैं। गुरुवार को तीसरे दिन भी हड़ताल जारी रहा। छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष एमएस चौहान ने बताया कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी हड़ताल जारी रहेगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्रों व प्रशिक्षुओ के माध्यम से वैकल्पिक व्यवस्था अस्पतालों में की जा रही है, लेकिन इससे व्यवस्था प्रभावित हो रही है। मुख्य रूप से लैब जांच व एक्सरे-सोनोग्राफी नहीं हो पा रही है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों के साथ ही मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भी चिकित्सा सुविधा पर असर पड़ रहा है।
ये भी पढ़ें:ईको पार्क के लिए एसईसीएल ने जारी की 5.60 करोड़ रुपये की राशि
अब शिक्षक भी करेंगे आंदोलन
छग शिक्षक संघ कोरबा के जिला, ब्लाक, तहसील इकाई के सभी पदाधिकारियों व शिक्षकों की वर्चुअल बैठक हुई।संघ के जिलाध्यक्ष मानसिंह राठिया ने बताया कि बैठक में शामिल होने के लिए संघ के पदाधिकारी व सदस्य शिक्षक तैयार हैं। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा, कर्मचारी अधिकारी महासंघ, मंत्रालयीन कर्मचारी संगठन, समस्त कर्मचारी/ शिक्षक संगठन द्वारा शासकीय सेवकों को सातवें वेतनमान के आधार पर गृह भाड़ा भत्ता, केंद्र के समान देय तिथि से महंगाई भत्ता, पिंगुआ कमेटी की रिपोर्ट एवं सामान्य प्रशासन विभाग ने वेतन विसंगति के लिए गठित कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक करने, कांग्रेस कमेटी के जन घोषणा पत्र के आधार पर 4 स्तरीय वेतनमान व अनियमित संविदा दैनिक वेतनभोगी कर्मियों को नियमित करने, पुराने पेंशन का लाभ सेवा 33 वर्ष के स्थान पर 25 वर्ष करने की मांग के समर्थन में 7 जुलाई को घोषित आंदोलन काम बंद हड़ताल का प्रचार -प्रसार, हड़ताल में शामिल रहने व सामूहिक अवकाश के लिए सतत संपर्क सभी ब्लाक व तहसील के अध्यक्ष कर रहे हैं। साथ ही सामूहिक अवकाश के लिए निर्धारित प्रपत्र में शिक्षकों, कर्मचारियों से फार्म भरकर जमा करने के लिए कहा जा रहा है।