कोरबा@M4S: भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध भारतीय संविदा मजदूर महासंघ शाखा कोरबा पश्चिम ने ठेका मजदूरों की समस्याओं से लेकर मुख्य अभियंता को अवगत कराया था। समस्याओं को लेकर 5 जून को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी गई थी। जिसे लेकर शुक्रवार को मुख्य अभियंता कोरबा पश्चिम के साथ संघ पदाधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में ठेका श्रमिकों की विभिन्न समस्याओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा हुई।
बैठक में श्रमिकों के लिए बायोमैट्रिक हाजिरी शुरू कराने की बात कही गई। जुलाई- अगस्त तक इसे प्रारंभ कर दिए जाने की भी जानकारी मुख्य अभियंता द्वारा दी गई।
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श्रम मंत्रालय भारत सरकार द्वारा समय समय पर निर्धारित दैनिक पारिश्रमिक दर से भुगतान व समस्त ठेका श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए बनाये गये शासकीय नीतियों और नियमानुसार आवश्यक ठोस कदम उठाये जाने पर सहमति बनी। बैठक से पूर्व भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय मंत्री राधेश्याम जायसवाल के नेतृत्व में संघ पदाधिकारियों ने सहायक श्रमायुक्त से भी मुलाकात कर ठेका श्रमिकों के साथ हो रहे अन्याय और शोषण की जानकारी प्रदान करते हुए इसकी जांच की मांग की। संघ से हुई चर्चा व उनकी मांग पर सहमति प्रदान करते हुए सहायक श्रमायुक्त द्वारा कोरबा पश्चिम संयंत्र में व्याप्त श्रमिक समस्याओं पर टीम गठित कर जांच उपरांत संबंधितों पर नियमानुसार कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया। संघ ने बैठक में लिए गये निर्णयों व पारित प्रस्तावों पर कोरबा पश्चिम संयंत्र प्रबंधन द्वारा नियत तिथि तक विधिवत कार्यवाही नहीं किये जाने की दशा में उग्र आंदोलन किये जाने की बात कही। बैठक में प्रबंधन की ओर से मुख्य अभियंता (उत्पादन) संजय शर्मा, अति. मुख्य अभियंतागण हेमंत सिंह, पीके स्वैन, एमके गुप्ता, ओपी शुक्ला, अधीक्षण अभियंता के एनबी राव, कल्याण अधिकारी सुरेश कंवर, संघ की ओर से भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय मंत्री व प्रदेश उद्योग प्रभारी राधेश्याम जायसवाल, बिजली कर्मचारी संघ-महासंघ अध्यक्ष सीएस दुबे, उत्पादन कर्मचारी संघ के कार्यकारी अध्यक्ष श्रवण कुमार बंजारा, कमल नारायण पटेल, संयुक्त महामंत्री शब्बीर मेमन, संविदा मजदूर महासंघ के अध्यक्ष बजरंग चंद्रा और कोरबा पश्चिम शाखा के अध्यक्ष केदार राठौर सहित अन्य सदस्यगण उपस्थित रहे।