नई दिल्ली(एजेंसी): पुरानी पेंशन योजना को लेकर केंद्र और राज्य की सरकारी सतर्क हैं। एक ओर कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तो वही अगले वर्ष लोकसभा का चुनाव होना है। कर्मचारी संगठन लगातार पुरानी पेंशन योजना की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। राज्य की सरकारों ने पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की घोषणा कर दी है कई जगह लागू भी हो चुकी है। जिन राज्यों में पुरानी पेंशन योजना लागू नहीं हुई है वहां के कर्मचारी लगातार सरकार पर दबाव बना रहे हैं।
कर्मचारियों को लेना होगा निर्णय Old Pension Yojna In Hindi 2023 पुरानी पेंशन और नई पेंशन योजना को लेकर अब सरकार कुछ नियम निर्धारित कर कर्मचारियों को निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र किया है। एक ओर जहां पुरानी पेंशन योजना काफी समय से बंद है वही उसे दोबारा शुरू करने पर कई विसंगतियां सामने आ रहे हैं। इन विसंगतियों को दूर करने के लिए सरकार ने कुछ ऑप्शन तैयार किए हैं। वही नई पेंशन योजना वर्तमान समय में लागू है। कर्मचारियों को निर्णय लेना है कि वह पुरानी पेंशन योजना के साथ जाना चाहते हैं या फिर नई पेंशन योजना को संचालित रखना चाहते हैं।
क्या है पुरानी पेंशन वैसे तो पेंशन कर्मचारी के लिए बुढ़ापे का एकमात्र सहारा माना गया है। कर्मचारी संगठनों का कहना है बुढ़ापे का उनका यह सहारा सरकार को नहीं छीनना चाहिए। फिर भी पूर्व की सरकार ने पुरानी पेंशन योजना बंद कर दी थी। जिसे अपना लागू करने की मांग कर्मचारी कर रहे हैं। पुरानी पेंशन के अनुसार कर्मचारियों को रिटायरमेंट के समय मिलने वाली सैलरी का आधा हिस्सा दिया जाता था जीवन यापन के लिए पर्याप्त होता था। इसी वजह से कर्मचारी आज पुरानी पेंशन योजना की मांग कर रहे हैं।