प्रति सेकेंड नदी में छोड़ा जा रहा 1413 क्यूसेक पानी, दायीं व बायीं तट से पानी छोड़ने के बाद भी बांध लबालब
आम तौर पर दर्री बांध का गेट बांगो गेट खुलने अथवा मानसून के दौरान खोला जाता है, लेकिन इस बार बेमौसम वर्षा से बांध के गेट को गर्मी के समय खोलने की नौबत आई है। शुक्रवार को 8.12 मिमी हुई वर्षा के बाद बांध में जल भराव का स्तर बढ़ने लगा। नहर के बायीं तट से 1265 और दायीं तट 1342 क्यूसेक प्रति सेकेंड पानी छोड़े जाने से बांध में पानी का भराव नियंत्रित था। शनिवार को हुई चौतरफा वर्षा असर देर रात बांध में पड़ने लगा। कोरबा के अलावा कोरिया जिला क्षेत्र में हुई वर्षा की वजह से बांध में तेजी से भराव हुआ। कोरबा क्षेत्र के पहाड़ी इलाकों से बहकर इस बांध पानी पहुंचता है। यही वजह है कि बांगो बांध की जगह दर्री बांध में पानी अधिक भर जाता है। नौबत यह आ गई कि नहर में पानी छोड़ने के बाद भी गेट से पानी छलकने लगा। मार्च महीने से ग्रीष्म का असर शुरू हो जाता है। नहर से निस्तारी के लिए पानी छोडना पड़ता है। नदी में पानी छोड़ने से पहले लोगों को सूचित किया जाता है। लेकिन अचानक हुई वर्षा से बांध का जल स्तर बढ़ने लगा और विभाग को बिना सूचना के ही पानी छोड़ना पड़ा। जल संसाधन विभाग के कंट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की शाम पांच बजे तक गेट क्रमांक 11 को एक फिट खोलकर पानी 1326 क्यूसेक प्रति सेकेंड पानी छोड़ा जा रहा था।