न्यू फरक्का एक्सप्रेस हादसाः साल की दूसरी सबसे बड़ी रेल दुर्घटना

- Advertisement -

नई दिल्ली@एजेंसी:बुधवार को न्यू फरक्का एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की घटना इस साल की दूसरी सबसे बड़ी रेल दुर्घटना है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, रेल संरक्षा के लिहाज से वर्ष 2018 पिछले पांच साल में सबसे अच्छा साबित हुआ है। इस साल की पहली बड़ी रेल दुर्घटना 26 अप्रैल को हुई थी जब उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग पर एक स्कूल वैन ट्रेन की चपेट में आ गई थी जिसमें 13 स्कूली बच्चे मारे गए थे। उत्तर प्रदेश के रायबरेली के पास बुधवार को न्यू फरक्का एक्सप्रेस के नौ डिब्बे और इंजन के पटरी से उतर जाने के कारण सात लोग मारे गए और नौ अन्य गंभीर रूप से घायल हुए।
सितंबर 2017 और अगस्त 2018 के बीच हुई 75 रेल दुर्घटनाओं में 40 लोग मारे गए हैं। आंकड़ों के मुताबिक, इस 12 महीने की अवधि में संरक्षा के लिहाज से रेलवे ने पांच साल में सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है।
-सितंबर 2016 और अगस्त 2017 के बीच 80 रेल दुर्घटनाएं हुईं जिनमें 249 लोग मारे गए। नवंबर 2016 में कानपुर के पास इंदौर-पटना एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की घटना में 150 से ज्यादा यात्री मारे गए थे।
-सितंबर 2017 और अगस्त 2018 के बीच रेल हादसों में 40 लोगों ने अपनी जान गंवाई।
-अगस्त 2017 में उत्कल एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने के कारण 22 लोग मारे गए थे।
-सितंबर 2013 और अगस्त 2014 के बीच 139 रेल हादसों में 275 लोगों ने जान गंवाई थी जबकि सितंबर 2014 और अगस्त 2015 के बीच 108 रेल हादसों में 196 लोग मारे गए थे।
-वर्ष 2017-18 में बाकी 36 मौतें अन्य कारणों से हुई जिनमें मानवरहित लेवल क्रॉसिंग पर दुर्घटना में 28 जानें गईं, मानवयुक्त लेवल क्रॉसिंग पर दुर्घटना में छह मौतें हुईं, एक व्यक्ति की मौत डिब्बे में आग लगने से हुई जबकि एक की मौत किसी अन्य दुर्घटना में हुई। आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली।
पांच वर्षों में हुए बड़े रेल हादसे
10 अक्टूबर, 2018- यूपी के रायबरेली जिले में न्यू फरक्का एक्सप्रेस के पटरी से उतरने से सात लोगों की मौत।
19 अगस्त, 2017- यूपी के मुजफ्फरनगर जनपद के खतौली में कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस पटरी से उतरी, 20 मरे।
22 जनवरी, 2017- आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में हीराखंड एक्सप्रेस के आठ डिब्बे पटरी से उतरे, करीब 40 की मौत।
20 नवंबर, 2016- यूपी के कानपुर के पास पुखरायां में पटना-इंदौर एक्सप्रेस के 14 कोच पटरी से उतरे, 150 लोग मारे गए।
20 मार्च, 2015- यूपी के बछरावां में देहरादून से वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस के बेपटरी होने से 36 लोगों की मौत।
04 मई, 2014- महाराष्ट्र के नागोठाने और रोहा स्टेशन के बीच दिवा सावंतवादी पैसेंजर ट्रेन पटरी से उतरी, 20 लोगों की जान गई।
पांच साल में 2018 में सबसे कम हादसे
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, रेल संरक्षा के लिहाज से वर्ष 2018 पिछले पांच साल में सबसे अच्छा साबित हुआ है। उसमें भी पिछले साल की तुलना में इस वर्ष रेल दुर्घटनाओं में कमी आई है। सितंबर 2017 और अगस्त 2018 के बीच हुई 75 रेल दुर्घटनाओं में 40 लोग मारे गए, जबकि सितंबर 2016 और अगस्त 2017 के बीच 80 रेल दुर्घटनाओं में 249 लोगों की जान गई थीन। इससे पूर्व के वर्षों में सितंबर 2013 और अगस्त 2014 के बीच 139 रेल हादसों में 275 लोगों ने जान गंवाई थी, जबकि सितंबर 2014 और अगस्त 2015 के बीच 108 रेल हादसों में 196 लोग मारे गए थे।
हेल्पलाइन नंबर
एडीजी ने बताया कि दुर्घटना में किसी आतंकी साजिश के पहलू की जांच के लिये एटीएस की टीम भी मौके पर भेजी गयी है। हादसे के बाद उत्तर रेलवे ने हेल्पलाइन नंबरों की घोषणा की है। जनसंपर्क अधिकारी विक्रम सिंह के अनुसार वाराणसी हेल्पलाइन नंबर 0542 2503814, लखनऊ हेल्पलाइन नंबर 9794830975, 9794830973, प्रतापगढ़ हेल्पलाइन नंबर 05342 220492 और रायबरेली के लिए हेल्पलाइन नंबर 0535 2213154 है। हादसे के कारण इस मार्ग की सभी अप और डाउन लाइनों पर यातायात बाधित है। दुर्घटना के कारण 13 ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया गया है।
रूट डायवर्ज़न
हादसे के बाद उत्तर रेलवे ने पांच ट्रेनें पूर्ण या आंशिक रूप से रद्द कर दीं जबकि नौ अन्य ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया गया है। उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी के मुताबिक वाराणसी लखनऊ इंटरसिटी एक्सप्रेस तथा प्रयाग बरेली यात्री ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया है। वहीं लखनऊ इलाहाबाद गंगा गोमती एक्सप्रेस, लखनऊ प्रयाग इंटरसिटी एक्सप्रेस तथा कानपुर प्रतापगढ़ एक्सप्रेस को पूरी तरह रद्द कर दिया गया है।
इन ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन
प्रतापगढ़ कानपुर सेंट्रल एक्सप्रेस, सहारनपुर इलाहाबाद नौचंदी एक्सप्रेस, दिल्ली प्रतापगढ़ पदमावत एक्सप्रेस, देहरादून वाराणसी एक्सप्रेस, भोपाल प्रतापगढ़ एक्सप्रेस, संगरौली बरेली त्रिवेणी एक्सप्रेस, अमृतसर हावड़ा मेल, वाराणसी देहरादून एक्सप्रेस तथा इलाहाबाद लखनऊ गंगा गोमती एक्सप्रेस शामिल हैं। रेलवे अधिकारियों के अनुसार पटरियों पर से डिब्बे हटाने तथा राहत बचाव का काम जारी है।

Related Articles

http://media4support.com/wp-content/uploads/2020/07/images-9.jpg
error: Content is protected !!