कोरबा@m4s: पवार संयंत्रों में अचानक तकनीकी खराबी की वजह से बिजली उत्पादन ठप हो जाने पर ब्लेक आउट की स्थिति निर्मित हो जाती है। इस स्थिति से निपटने बुधवार को मॉकड्रिल किया गया। बांगो हाइडल प्लांट से बिजली की सप्लाई की गई। दर्री व 100 मेगावाट से जुड़े फीडर में किए गए मॉकड्रिल के दौरान 30 मिनट में ब्लेक आउट की स्थिति से निपट लिया गया।
बुधवार को राज्य उत्पादन, ट्रांसमिशन ओर वितरण कंपनी के अधिकारियों की निगरानी में बांगो हाइडल प्लांट से बिजली आपूर्ति कराने का मॉकड्रिल किया गया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत दोपहर 12.27 बजे 100 मेगावाट कोरबा पूर्व और दर्री जमनीपाली सब स्टेशन में ब्लेक आउट की स्थिति निर्मित की गई। मॉकड्रिल के दौरान पावर संयंत्र से सब स्टेशन के सभी फीडर में बिजली सप्लाई रोक दी गई। मॉकड्रिल प्रोसेस के तहत बांगो हाइडल प्लांट से बिजली की आपूर्ति कराई गई। यह प्रक्रिया 12 बजकर 57 मिनट में पूरी हुई। इस तरह 30 मिनट के भीतर ही दोनों सब स्टेशन के सभी फीडर में बिजली आपूर्ति सफलतापूर्वक की गई। मॉकड्रिल में सब स्टेशन के प्रभारी एसई डीएस पटेल की निगरानी में विद्युत वितरण विभाग के ईई शहर अनुपम सरकार, ग्रामीण क्षेत्र ईई विकास सरकार, जनरेशन, ट्रांसमिशन के अधिकारी सहित सहायक यंत्री, कनिष्ठ यंत्री व विभागों का अमला शामिल रहा। बिजली उत्पादन कंपनी के बांगो स्थित हाइडल प्लांट में 40-40 मेगावाट की तीन ईकाईयां हैं। इस तरह कुल बिजली उत्पादन क्षमता 120 मेगावाट है। यहां से बिजली की जरूरत होने पर उत्पादन किया जाता है। कंपनी का यह प्लांट संकट की घड़ी में काम आता है। बिजली प्लांटों में खराबी आने पर यहां से बैकअप पावर सप्लाई का यूनिट को चार्ज किया जाता है।