कोरबा@M4S: कोरोना ने एक बार फिर दस्तक दे दी है। जिसे लेकर जिला स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड़ पर आ गया है। जिले में कोविड के मामले सामने आने पर ऐसे मरीजों को कोविड अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। इसके लिए आइसोलेशन वार्ड कोविड अस्पताल के रूप में तैयार किया जा रहा है।
चीन समेत कई देश में कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट का कहर है। साथ ही केंद्र सरकार ने कोरोना को लेकर अलर्ट करते हुए संक्रमण से बचाव के लिए कोरोना गाइडलाइन के पालन का निर्देश जारी किया है। कोरोना संक्रमण से बचाव व इलाज के लिए तैयारी की चर्चा शुरू हो गई है। जिले में भी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पहले ही टेस्ट सेंटर चल रहे हैं, लेकिन कोविड अस्पताल बंद कर दिया गया है। दरअसल कोविड अस्पताल का संचालन मेडिकल कॉलेज संबद्ध अस्पताल परिसर के ट्रामा सेंटर में चल रहा था। पिछले दिनों जिले में संक्रमण के केस शून्य होने के बाद खाली पड़े ट्रामा सेंटर में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने मेडिसिन डिपार्टमेंट को शिफ्ट कर दिया।अब जब कोरोना संक्रमण की दस्तक की संभावना बन रही है, तो मेडिकल कॉलेज प्रबंधन अस्पताल परिसर में बने 20 बिस्तर के नए आइसोलेशन वार्ड को कोविड अस्पताल बनाने की तैयारी में है, जहां कोविड अस्पताल के 20 बेड व उपकरण शिफ्ट कर दिए जाएंगे। मेडिकल कॉलेज संबद्ध अस्पताल परिसर में नावार्ड के मद से करीब 74 लाख की लागत से सीजीएमएससी ने 20 बिस्तर के आइसोलेशन वार्ड का निर्माण कराया है। अब मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को हैंडओवर का इंतजार है। वार्ड में नीचे 10 बेड व ऊपर के तल पर 10 बेड लगाया जाएगा। वार्ड के पास ही पीएम केयर फंड से बना ऑक्सीजन प्लांट है।आइसोलेशन वार्ड में संक्रामक बीमारियों के मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जाता है। कोरोना संक्रमण के केस मिलने पर नए बने आइसोलेशन वार्ड में मरीज को भर्ती कर विशेष चिकित्सा टीम इलाज करेगी। परिसर में अलग हिस्से में आइसोलेशन वार्ड होने से अस्पताल में संक्रमण फैलने का खतरा भी कम रहेगा। वहीं दूसरे संक्रामक बीमारी के मरीजों का उपचार वर्तमान में चल रहे आइसोलेशन वार्ड में होता रहेगा।
वार्ड के निकट ही शिफ्ट होंगे टेस्ट सेंटर
आइसोलेशन वार्ड में कोविड अस्पताल तैयार करने के साथ ही मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर के दूसरे हिस्से में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने टेस्ट सेंटर भी शिफ्ट होंगे। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के मुताबिक आइसोलेशन वार्ड के निकट ही आरपीसीसीआर व ट्रू-नेट टेस्ट लैब बनाया है, जहां वायरोलॉजी लैब शिफ्ट होगा। वहीं वर्तमान में जिस भवन में वायरोलॉजी लैब चल रहा है, वहां कोविड एंटीजन टेस्ट सेंटर शिफ्ट कर दिया जाएगा। अभी टेस्ट सेंटर पुलिस चौकी के पास चल रहा है, जहां संक्रमितों के संपर्क में दूसरे लोगों के आने की संभावना अधिक रहती है।