कोरबा@M4S: रेलवे स्टेशन के करीब इमलीडुग्गु बाइपास मार्ग में चौबीस घंटे फर्राटे भरने वाले वाहन से लोगों का जीना दूभर हो गया है। जहां वाहनों के गुजरते ही उडऩे वाली धूल घरों में घुस रही है, वहीं धूल की वजह से लोग गंभीर बिमारी की चपेट में आ रहे हैं। इस समस्या से निजात दिलाने क्षेत्रवासी अफसरों से गुहार लगा थक चुके हैं। अब उन्होंने 15 दिवस के भीतर उचित पहल नही करने पर आंदोलन का एलान कर दिया है।
नगर पालिक निगम के वार्ड 8 इमलीडुग्गु रेलवे स्टेशन के समीप बसी हुई है। इस बस्ती में विभिन्न वर्ग के लोग निवास करते हैं, जिनके लिए उड़ती धूल किसी मुसीबत से कम नही है। दरअसल शहर से निकलने वाली बाइपास मार्ग इमलीडुग्गु से गुजरी है। इस मार्ग में चौबीस घंटे भारी वाहनों की आवाजाही होती है, जिसमें कोयला परिवहन में लगे वाहन भी शामिल होते हैं। वाहनों की लगातार आवाजाही से धूल के गुब्बार उड़ता है। यह धूल लोगों के घरों में पहुंचता है। वे न सिर्फ खाना बल्कि सांस के माध्यम से धूल को शरीर के भीतर लेते हैं। इस समस्या से निजात दिलाने वार्डवासी लंबे समय से मांग करते आ रहे हैं। उन्हें हर बार मार्ग में पानी छिडकाव कराने और निर्धारित समय में वाहनों को आवाजाही के लिए अनुमति का आश्वासन मिलता है, लेकिन अफसर आश्वासन देकर भुल जाते हैं। जिससे वार्डवासियों का सब्र का बांध टूट चुका है। रविवार को वार्डवासी पार्षद सुफलदास महंत के नेतृत्व में कोतवाली पहुंचे। जहां वार्डवासियों ने पुलिस अधीक्षक के नाम एक ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से कहा है कि मार्ग में पर्याप्त जल छिडक़ाव और साफ सफाई की व्यवस्था की जाए, जिससे क्षेत्र में वायु प्रदूषण के कारण होने वाली समस्या से निजात मिल सके। यदि 15 दिवस के भीतर समस्या का निराकरण नही किया जाता है, तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे, जिसकी तमाम जवाबदारी पुलिस प्रशासन और संबंधित विभाग की होगी।