शासन के निर्देश के बाद भी किसान नहीं बेच पा रहे धान पंजीयन नहीं होने से परेशान डुबान क्षेत्र के किसान

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कोरबा@M4S: जलाशय के डुबान क्षेत्र में शामिल कोरबा जिले के सीमांत पाली ब्लॉक के किसान अपने धान की फसल को बेच नहीं पा रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर पहली बार डुबान क्षेत्र के किसानों को धान का समर्थन मूल्य मिलने की उम्मीद जागी है लेकिन तकनीकी कारणों की वजह से एंट्री न हो पाने के कारण धान बेच सकने में ये किसान सक्षम नहीं हो पा रहे हैं। प्रभावितों ने जिला प्रशासन से उचित कार्यवाही का आग्रह किया है।
राज्य शासन के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग मंत्रालय विभाग के द्वारा पिछले दिनों एक आदेश जारी कर खरीफ विपणन वर्ष-2022-23 में किसान पंजीकरण हेतु निर्देशित किया गया। इसके तहत 31 अक्टूबर तक किसान पोर्टल में पंजीयन से छूटे हुए किसान, नवीन किसान, पंजीयन में शून्य रकबा या रकबा कम होने, खरीदी केंद्रों से छूटे हुए गांवों की मैपिंग या गांवों का खरीदी केंद्र परिवर्तन, वन अधिकार पट्टा, डुबान एरिया से संबंधित पंजीयन पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। 21 नवंबर तक यह कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित करने कहा गया है। इस आदेश के अनुसार ऐसे किसान जो जलाशय के डुबान क्षेत्र में आते हैं, उनका भी नया पंजीयन कर समर्थन मूल्य पर धान खरीदा जाएगा। पहली बार ऐसे किसान समर्थन मूल्य पर अपना धान बेच पा रहे हैं लेकिन जिले के पाली ब्लॉक अंतर्गत ग्राम रोहिनाडीह, शिवपुर, धांवा, दमामी के किसान इससे वंचित हैं।जिला मुख्यालय पहुंचे किसान नरोत्तम सिंह नेताम, अर्जुन कश्यप, रामलाल, राजाराम कश्यप आदि ने बताया कि पड़ोसी जिला बिलासपुर के रतनपुर अंतर्गत खूंटाघाट स्थित संजय गांधी जलाशय के डुबान क्षेत्र में वे शामिल हैं। रोहिनाडीह के ग्रामीण कई वर्षों से संजय गांधी खारंग जलाशय की जमीन अस्थाई पट्टे पर कृषि के लिए लीज पर लेकर फसल उगाते आ रहे हैं। इस जमीन पर राज्य शासन व केंद्र शासन की सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था लेकिन इस वर्ष खरीफ फसल हेतु राज्य शासन ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदने का आदेश जारी कर दिया है लेकिन पाली ब्लॉक होने के कारण रतनपुर तहसील के धान उपार्जन केंद्र में पंजीयन नहीं हो पा रहा है। ऐसे में रोहिनाडीह, धांवा, निरधी, शिवपुर, बापापुती आदि डुबान के किसान अपना धान नहीं बेच पा रहे हैं। खाद्य शाखा में जाने पर कहा जा रहा है कि किसान पोर्टल में डुबान वाले किसानों की एंट्री के लिए पोर्टल खुल नहीं रहा है जिसके कारण नया पंजीयन संभव नहीं हो पा रहा है। प्रभावितों ने आज कलेक्टर जनचौपाल में उपस्थित होकर पोर्टल की तकनीकी खामियों को दूर कर पंजीयन हेतु आग्रह किया है। कलेक्टर संजीव झा ने अग्रिम कार्यवाही के लिए शिकायत/आवेदन पाली एसडीएम को अग्रेसित करने के निर्देश दिए हैं।
 10-12 रुपए किलो में बेचते हैं धान
किसान नरोत्तम, अर्जुन कश्यप, रामलाल, राजाराम कश्यप, हरिराम, गौकरण, कमलेश ने बताया कि इससे पहले कभी भी उनका धान सामान्य किसानों की तरह खरीदने का कोई आदेश नहीं हुआ था। डुबान क्षेत्र के किसान अपना धान मात्र 10-12रुपए प्रति किलो की दर से व्यवसायियों के पास बेचते आ रहे हैं। पहली बार समर्थन मूल्य पर धान खरीदने का आदेश से उन्हें खुशी है लेकिन तकनीकी कारणों से पंजीयन नहीं हो पाने के कारण निराशा है। डुबान के किसानों का पंजीयन 21 नवंबर तक सुनिश्चित करने कहा गया है लेकिन इस तिथि के बाद भी हमारा नया पंजीयन नहीं हो सका है।

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