नई दिल्ली(एजेंसी):अगर आप अपनी 9 से 5 बजे तक की नौकरी के अलावा कुछ अलग करने के लिए इन्फ्लुएंसर बनने की सोच रहे हैं, तो आपको इस विषय के बारे में और जानने की जरूरत है। कई आम लोग आज एक इन्फ्लुएंसर की तरह पहचाने जा रहे हैं। ऐसे में उनसे प्रभावित होकर अपनी नौकरी या डिग्री कोर्स को बीच में ही छोड़कर इस काम में रम जाना समझदारी होगी या नहीं, ये बिंदु स्पष्टता देंगे
स्थिरता या अनिश्चितता- एक सामान्य नौकरी में आपको एक स्थिर आय होती है। जिससे भविष्य की सुरक्षा भी महसूस होती है। इन्फ्लुएंसर बनने के बाद भी कभी ऐसा भी हो सकता है कि अचानक से खूब प्रमोशंस आदि का काम मिले, तो दूसरे पल से आपके पास कई महीने कोई काम नहीं हो।
दिन-रात की व्यस्तता- नौकरी में आपसे कुछ निश्चित घंटों तक समय देने की अपेक्षा की जाती है। लेकिन, इन्फ्लुएंसर के काम की कोई निश्चित समय सीमा नहीं होती। खासकर शुरुआती दौर में, क्योंकि तब कंटेंट के लिए रिसर्च करने, स्क्रिप्टिंग, शूटिंग से लेकर एडिटिंग तक सारे काम खुद ही करने होते हैं।
रचनात्मकता एक शर्त – एक नौकरी में आपको काम बिल्कुल उसी तरह पूरा करना होता है, जैसा कि कहा गया हो।
इन्फ्लुएंसर के काम में रचनात्मकता की खूब संभावना भी होती है और जरूरत भी।
सीमित दायरा बनाम नेटवर्किंग नौकरी में आपको अपनी ही इंडस्ट्री के लोगों से मिलना-जुलना होता है।
इन्फ्लुएंसर के तौर पर आप विविध क्षेत्रों के लोगों से मिलते हैं। यह आपके व्यक्तित्व के साथ ही करियर की संभावनाओं को भी बढ़ाता है।
ये क्षेत्र हैं लोकप्रिय
इंस्टाग्राम पर मेकअप, स्किनकेयर, ट्रैवेल, फैशन/क्लोदिंग गाइड, हेल्थ ऐंड फिटनेस, लाइफस्टाइल, ग्राफिक डिजाइन, बिजनेस, मनी मैनेजमेंट, कुकिंग, ट्रैवेल आदि से संबंधित कंटेंट लोकप्रिय हैं।
वहीं यूट्यूब पर मनी मेकिंग आइडिया, पर्सनल फाइनेंस और इन्वेस्टमेंट, एजुकेशन, टेक, कार, गैजेट, फैशन, कुकिंग से संबंधित कंटेंट ज्यादा देखने को मिलते हैं।
कंटेंट के लिए अपनाएं ये टिप्स
– इंस्टाग्राम पर बिजनेस एकाउंट बनाएं या यूट्यूब चैनल क्रिएट करें। इनमें अपने बारे में जानकारी रोचक ढंग से पेश करें।
– कंटेंट के लिए अपनी पसंद का क्षेत्र चुनें और उसमें प्रतियोगिता को आंकें।
– अपने कंटेंट को उस क्षेत्र के अन्य कंटेंट से अलग निखारने की कोशिश करें।
– वीडियो कंटेंट की गुणवत्ता अच्छी हो।
– कंटेंट के लिए शूटिंग और एडिटिंग के अच्छे उपकरण व सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें।
– वीडियो कंटेंट के टाइटिल में इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करें, जो यूजर आमतौर पर इस विषय से संबंधित सर्च में इस्तेमाल करता हो। इस तरह कंटेंट देखे जाने की संभावना बढ़ेगी।
– कंटेंट नियमित रूप से अपलोड करें।
– व्यूअर्स से जुड़ें और उन्हें साझेदारी की गतिविधियों से जोड़ें।
स्त्रोत: learning.shine.com