कोरबा@M4S; भारी वाहनों के लापरवाही तरीके से चलने और इनकी वजह से आए दिन हादसे होने के कारण लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। हरदी बाजार अमगांव की सरपंच बृज कुंवर मंगलवार को भारी वाहन की चपेट में आने से बाल-बाल बच गई। सरपंच को छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम स्थल से घर जाने के दौरान वे भारी वाहन की चपेट में आने से बची। मामले की जानकारी होने पर आसपास के लोगों ने इस रास्ते पर चक्का जाम कर दिया। दोपहर 12 बजे से यहां पर प्रदर्शन शुरू किया गया। कई घंटे बीतने पर भी प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने इस बारे में सुध नहीं ली। जिसके कारण लोग देर रात तक चक्काजाम में डटे रहे।
आंदोलन की अगवाई ऊर्जाधानी भू- विस्थापित किसान कल्याण समिति कर रही थी। बताया जाता है कि संगठन की सह सचिव बृज कंवर मंगलवार को छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक खेल के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची थी। वहां से घर लौटते समय बृज कंवर को ट्रक ने चपेट में लिया। घटना में कंवर की जान बाल बाल बची। इससे नाराज बृज कंवर ने बीच सडक़ पर भारी गाडिय़ों को रोक दिया। सूचना गांव के लोगों को दिया। धीरे धीरे बड़ी संख्या में आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। लोगों ने सडक़ को जाम कर दिया। बीच सडक़ पर बैठ गए। मंगलवार दोपहर 12 बजे से रात आठ बजे तक धरना प्रदर्शन जारी था।स्थानीय लोगों ने बताया कि दीपका से हरदीबाजार होकर कोयला परिवहन के लिए एसईसीएल प्रबंधन को नया बायपास बनाने की जरुरत है। बायपास के दोनों ओर घनी आबादी है। दुपहिया गाडिय़ों के लिए बायपास के दोनों ओर बनाए गए रास्ते की स्थिति जर्जर है। इस सडक़ पर भी कोयला लोड या खाली गाडिय़ां खड़ी हो रही हैं। इससे लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है।कई बार लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। नया बायपास और इसके निर्माण तक भारी गाडिय़ां को सडक़ के बजाए एसईसीएल की खदानों में खड़ी करने के लिए पार्किंग स्थल बनाने का प्रस्ताव एसईसीएल प्रबंधन को दिया गया है। लेकिन प्रबंधन इसपर गंभीरता से अलम नहीं कर रहा है। इससे स्थानीय लोग नाराज हैं। मांगों के समर्थन में आंदोलन कर रहे हैं।
लापरवाही के खिलाफ फूटा गुस्सा, किया चक्काजाम देर रात तक सडक़ पर डटे रहे ग्रामीण
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