कोरबा@M4S: ग्रामीण क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में चिकित्सकीय सुविधा बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। इन अस्पतालों को अत्याधुनिक मशीनों से लैस किया जा रहा है। दूसरी ओर यहां अतिरिक्त बेड भी बढ़ाए जाएंगे।
स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी से जूझ रहे करतला, पाली और पोड़ी उपरोड़ा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों के लिए बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इन केंद्रों में 20-20 अतिरिक्त बेड लगाए जाएंगे। इसके लिए केंद्र सरकार ने 15वें वित्त आयोग से राशि की स्वीकृति की है। इन केंद्रों में बिस्तर लगाने के लिए भवन बनाने का कार्य भी शुरू किया गया है।कोरोना महामारी के दौरान मरीजों को अस्पताल में बिस्तर के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। इसे देखते हुए सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में बिस्तर की संख्या बढ़ाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया था। इस पर मंजूरी मिल गई है। सरकार ने 15वें वित्त आयोग से कोरबा जिले के सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 20-20 बिस्तर बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूर किया है। इसमें से पोड़ी-उपरोड़ा, पाली व करतला के सीएचसी में बिस्तरों की संख्या बढ़ जाएगी। वर्तमान में 40-40 बिस्तरों की सुविधा है। अतिरिक्त बिस्तर लगाने के लिए स्वास्थ्य केंद्रों में भवन की जरूरत है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने टेंडर और वर्क ऑर्डर की प्रक्रिया पूरी कर दी है। पहले चरण में पोड़ी उपरोड़ा, करतला और पाली में भवन निर्माण का कार्य शुरू किया गया है। इसे पूरा होने के बाद बिस्तर की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग की ओर स दी गई है। कोरबा जैसे पिछड़े जिले में बिस्तर की संख्या बढ़ाने का लाभ मरीजों को मिल सकेगा।
नई मशीनों से जांच व उपचार की मिलेगी सुविधा
बताया जा रहा है कि अस्पतालों में नई मशीनों से जांच व उपचार की सुविधा मिलेगी। नए भवन में मरीजों के इलाज के लिए नई मशीन सहित अन्य उपकरण भी उपलब्ध कराएं जाएंगे। इससे छोटी-छोटी बीमारियों के इलाज के लिए जिला मुख्यालय आने की जरूरत नहीं होगी। वर्तमान में कई पीएचसी व सीएचसी केंद्रों में पर्याप्त उपकरण और सुविधाएं नहीं है। इस कारण दुर्घटना, मरीज के गंभीर होने सहित अन्य आपात स्थिति में इन अस्पतालोंं में प्राथमिक उपचार के बाद मरीजों को जिला अस्पताल या फिर बिलासपुर रेफर कर दिया जाता है।
मुख्यालय आने से मिलेगा छुटकारा
मेडिकल कॉलेज अस्पताल सह जिला अस्पताल में मरीजों के इलाज के लिए 250 बिस्तरों की सुविधा है, लेकिन पर्याप्त वार्ड नहीं है। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मरीजों की संख्या अधिक होने की वजह से प्रबंधन ने कई बिस्तरों को वार्ड के बाहर बरामदे में लगाया गया है। इससे प्रबंधन, मरीज और परिजनों को काफी असुविधा हो रही है। विकासखंडों में बिस्तरों के साथ सेटअप बढऩे से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को नजदीकी अस्पताल में बेहतर इलाज मिलेगा। जिससे ग्रामीणों को इलाज के मुख्यालय आने से छुटकारा मिलेगा।