- Advertisement -
कोरबा@M4S:कोरबा में सरकारी योजना की उल्टी बयार बह रही है,जी,हा परिवार नियोजन के लिए शासन की महत्वपूर्ण योजना नसबंदी को पलिता लगाने का मामला सामने आया है। कटघोरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नसबंदी के लिए भर्ती हुई महिलाओं को प्रोत्साहन राशि तो दूर उल्टे उन्ही से पैसों की वसूली कर ली गई। यहां तक की मरीजों को दवाईयां भी निःशुल्क नहीं दी गई बल्कि उनके खुद के पैसों से दवाई लेकर आना पड़ा।
पूरे मामले की जानकारी जिम्मेदार अफसरों को देने के बाद वो अब कार्रवाई के लिए लिखित शिकायत का इंतजार कर रहे है। दरअसल गुरूवार को शैलेन्द्री कुर्रे की नसबंदी कराई गई, इस दौरान चिकित्सकों को पैसे देने के नाम पर साथ पहुंची मितानिन सरस्वती ने उसके पति लखनलाल कुर्रे से एक हजार रूपए को ले लिए बाद में नसबंदी के दौरान अलग-अलग दो बार दवाईयों की पर्ची थमा दिया गया,उससे ही दवाई मंगाई जबकि प्रावधानों के मुताबिक हितग्राही का निःशुल्क नसबंदी करते उसे दवाईयां अस्पताल की ओर से ही दी जाती है साथ ही साथ उसे नसबंदी के लिए के लिए प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाती है,
लेकिन यहां उल्टे हितग्राहियों को ही कमाई का जरिया बना लिया जा रहा है, ऐसा एक केस में नहीं दूसरी हितग्राही गणेशिन कंवर के साथ भी ऐसा ही किया गया। उससे भी चिकित्सक को देने के लिए 1000 और 850 रूपए की दवाई मंगाई गई।