दिल्ली(एजेंसी):अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से अब तक १५ लोगों की मौत हो गई है। ४५ लोग अभी लापता हैं। सेना ने शनिवार सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। ६ लोगों को एयरलिफ्ट किया गया। उधर, माउंटेन रेस्क्यू टीम लापता लोगों की तलाश में जुट गई है।
अमरनाथ यात्रा के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की हिम्मत में कोई कमी नहीं आई है। शुक्रवार की देर रात को अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था जम्मू बेस कैंप से कश्मीर के बालटाल और पहलगाम बेस शिविरों के लिए रवाना हुआ। एक तीर्थ यात्री ने कहा कि हम पहलगाम की ओर जा रहे हैं। भगवान भोलेनाथ सभी तीर्थयात्रियों की रक्षा करेंगे। हालांकि, बालटाल और पहलगाम के आगे यात्रा को रोक दिया गया है।
बादल फटने की घटना पवित्र गुफा के एक से दो किलोमीटर के दायरे में हुई
अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार शाम ५ बजकर ३० मिनट बादल फटा था। जिस समय बादल फटा, उस समय गुफा के पास १० से १५ हजार श्रद्धालु मौजूद थे। इस घटना में मरने वालों में ३ महिलाएं भी शामिल हैं।
ढ्ढञ्जक्चक्क ने बताया कि १५ हजार लोगों को पवित्र गुफा के पास से सुरक्षित पंचतरणी ले जाया गया है।
बादल फटने के कारण पहाड़ों से तेज बहाव के साथ आए पानी से श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए करीब २५ टेंट और दो से तीन लंगर बह गए। बारिश से पूरे इलाके में तेजी से पानी भर गया और कई लोग इसकी चपेट में आ गए। कई श्रद्धालु लापता हैं और उनके तेज बहाव में बहने की आशंका है।
छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल ने अमरनाथ यात्रा में हुए हादसे पर दुःख व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया में अपनी संवेदना व्यक्त की है।