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कोरबा@M4S:भारत सरकार की मनरेगा योजना के अंतर्गत मिलने वाली राशि के जरिए छत्तीसगढ़ में गौठान पर काम किया जा रहा है। इसके माध्यम से महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने पर प्रशासन का फोकस है। कोरबा जिले के 200 से अधिक गौठान में संचालित गतिविधियों से महिलाओं को कामकाज मिला है और उनके जीवन स्तर में सुधार हो रहा है।
छत्तीसगढ़ सरकार ने ग्रामीण जन जीवन से संबंधित गतिविधियों को और अच्छा करने के लिए इस प्रोजेक्ट को हाथ में लिया है। इन्हें मल्टी यूटिलिटी सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। अकेले कोरबा जिले के पांच विकास खंडों के अंतर्गत 200 से अधिक ऐसे स्थान संचालित किए जा रहे हैं । जिला पंचायत कोरबा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नूतन सिंह कंवर ने बताया कि सभी गौठान में कृषि आधारित कार्य हो रहे है।
बताया गया कि हर स्थान पर हमने 3-3 महिला समूहों को कामकाज से जोड़ा है। इस तरह की कोशिशों से महिलाओं को व्यस्त रखा गया है और उनकी आमदनी के स्रोत बढाए गए हैं। सभी पंचायतों में आधी आबादी को उसकी आर्थिक जरूरतों के लिए सरकार के द्वारा मल्टी यूटिलिटी सेंटर तैयार किए गए हैं और इन्हें लगातार आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है। जिस तरह से कोरबा जिले में ग्रामीण विकास को लेकर काम चल रहा है उससे लगता है कि आने वाले समय में महिलाओं के पास आर्थिक मजबूती का आधार तैयार होगा।
शिकायत पर जताई अनभिज्ञता
हाल में ही गौठान से संबंधित शिकायत प्राप्त होने से सीईओ ने अनभिज्ञता जताई जबकि तिलकेजा क्षेत्र मैं गौठान का शेड धराशाई होने की शिकायत प्रशासन से की गई है। जनपद सदस्य श्यामलता कंवर ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों तक इस मामले को पहुंचाया है और जांच की मांग की है।