कोरबा@M4S: भीषण गर्मी के बाद भी मासूम बच्चे शिद्दत के साथ गर्मी में रोज़ा रखकर इबादत कर रहे हैं, 42 डिग्री टेम्प्रेचर में रोजा 15 घंटे से अधिक का होने के बाद भी छोटे तो दूर बड़े लोग भी रोजा मुश्किल से रख पाते हैं, ऐसे में इन बच्चों का हौसला काबिले तारीफ है।
रमजान का महीना 3 अप्रैल से चालू होकर 2 मई 30 दिनों तक जारी रहेगा, रमजान और अप्रैल महीने में पडऩे के कारण इस बार गर्मी भी तेज है। चिलचिलाती धूप के साथ दोपहर में गर्म हवाएं चलने से गर्मी और तपिश भी मुस्लिम समाज के बच्चों के हौसले को कम नहीं कर पाई। छोटे-छोटे मासूम बच्चे रोजा रखने में पीछे नहीं है। अल सुबह तीन बजे जब घर के लोग सेहरी के लिए उठते हैं तो बच्चे भी उठ जाते हैं। सेहरी करने के बाद बच्चों द्वारा नमाज अदा की जा रही है, रोजा रखने के अलावा बच्चों द्वारा अपनी स्कूल की पढ़ाई भी पूरी की जा रही है। आठ साल से लेकर 11 वर्ष तक के बच्चे लगातार सभी रोजे रखते आ रहे है।
बच्चों ने बताया कि भीषण गर्मी को देखते हुए परिजन में परिवार के लोग रोजा रखने से मना करते हैं लेकिन रमजान का पवित्र महीने में लगातार रोजा रखकर समाज में एक मिसाल पेश की जा रही है। रमजान के इस पाक महीने मे नगर के छोटे-छोटे बच्चे भी रोजा रखकर इबादत कर रहे हैं।
इस रमजान में कई बच्चों ने अपना पहला रोजा रखा है, इन बच्चों की रोजा कुशाई की रस्म शाम को 6.20 के बाद अफ्तारी में अदा कराई जा रही है। इस मौसम में रोजा 15 घंटे से अधिक का है, जो भीषण गर्मी में पड़ रही है छोटे तो दूर बड़े लोग भी रोजा मुश्किल से रख पाते हैं, ऐसे में इन बच्चों का हौसला काबिले तारीफ है। पांच वक्त की नमाज अदा कर मासूम बच्चों द्वारा देश में अमन एवं चैन की दुआ की जा रही है।
ख़ुदा की इबादत में बड़ो के साथ भीषण गर्मी में भी बच्चे रख रहे रोज़ा
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