कोरबा@M4S:सरकारी संस्थान बीएसएनएल का भरोसेमंद कर्मचारी होना बताकर बीएसएनएल का सिम वेरीफिकेशन और सिम को बंद व चालू करने की बातों में उलझाकर ठगी करने वाले बीएसएनएल की छवि खराब कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है।
दीपका निवासी एसईसीएल कर्मी अमर लाल बंजारे 56 वर्ष ऊर्जा नगर कालोनी एम-271 भी बीएसएनएल सिम के नाम पर ठगी का शिकार हुआ है। 25 फरवरी 2022 को उसके बीएसएनएल नंबर पर मोबाईल नं.- 7074992977 से फोन कर नाम पूछा गया। खुद को बीएसएनएल कस्टमर केयर ऑफिस कोरबा से राजेन्द्र प्रसाद मेहता होना बताकर बीएसएनएल सिम को बंद करने की बात कही। कारण पूछने पर बताया कि दो-चार दिन पहले बीएसएनएल से सिम वेरीफिकेशन का मैसेज भेजा गया था जिसकी प्रक्रिया को पूरा नहीं करने के कारण उसका सिम बंद किया जा रहा है। अमर लाल ने कहा कि सिम बंद कर दो, मैं बीएसएनएल दफ्तर जाकर चालू करवा लूंगा तब राजेंद्र प्रसाद मेहता ने कहा कि ऑफिस जाने से कोई फायदा नहीं होगा क्योंकि मोबाईल से आपका सिस्टम में जाकर वेरीफिकेशन की प्रक्रिया पूरा करना होगा। बीएसएनएल सरकारी सिम है और पूरे देश भर में वेरीफिकेशन का काम चल रहा है और बीएसएनएल के कस्टमर केयर वाले ही यह काम कर रहे हैं। अमर लाल ने फर्जी कॉल का हवाला दिया तब राजेन्द्र प्रसाद मेहता ने सरकारी कर्मचारी होने के नाते भरोसा करने व गड़बड़ी करने पर नौकरी चले जाने की बात कही जिसके प्रभाव में आकर अमरलाल ने विश्वास कर लिया। अमरलाल ने अपनी पत्नी के मोबाईल नंबर से बात करते हुए बीएसएनएल सिम लगे मोबाईल नंबर में ठग के द्वारा बताए गए प्रक्रियाओं को अंजाम दिया। एटीएम कार्ड का नंबर बताने के बाद रात 8.17 बजे सिम वेरीफिकेशन हो जाने व वर्ष 2045 तक के लिए फुर्सत हो जाने की बात कही। इसके बाद अमरलाल के गेवरा प्रोजेक्ट ब्रांच दीपका स्थित एसबीआई बैंक में संचालित खाता से 25 फरवरी को 19 हजार 998 रुपए और 26 फरवरी को 1 लाख रुपए निकाल लिए जाने की जानकारी हुई। अमरलाल की रिपोर्ट पर अज्ञात ठग के विरुद्ध धारा 420 भादवि के तहत जुर्म दर्ज कर लिया गया है।
बीएसएनएल का कर्मी बनकर लगाया चूना,सिम अपडेट करने के नाम पर की धोखाधड़ी
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