कोरबा@M4S:आज बुधवार को केंद्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी के प्रवास पर होने के बावजूद भूविस्थापितों से उनकी मांगों के संबंध में मुलाकात नहीं करने देने से नाराज विस्थापितों ने खदान में उतरकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। माँग है कि प्रबंधन उनकी समस्याओं का निराकरण शीघ्र करें ताकि वे आगे भी देश की सेवा में अपना सहयोग पूर्व की तरह दे सकें।
निश्चित ही एसईसीएल प्रबंधन की हठधर्मिता और केंद्रीय कोयला मंत्री से विस्थापित संगठन के नेताओं की बनाई जाने वाली दूरी का यह परिणाम है कि मलगांव के भूविस्थापित खदान में उतर गए हैं। इस जानकारी ने प्रबंधन सहित प्रशासन में खलबली मचा दी। हालातों को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है। नाराज भूविस्थापित खदान में प्रवेश कर गए और वहां उन्होंने उत्पादन रोक दिया।
बता दें कि एसईसीएल की खदानों के भूविस्थापित नौकरी,मुआवजा, पुनर्वास सहित स्थानीय बेरोजगारों को काम देने सहित विभिन्न मांगों के संदर्भ में अनेक स्तरों पर आंदोलन और वार्ता के बाद भी हल नहीं निकलने से नाराज हो कर अनिश्चितकालीन आंदोलन पर हैं।
ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के द्वारा इस आंदोलन का आगाज किया गया है जिसके बैनर तले भूविस्थापित एकजुट हैं। पिछले दिनों दीपका खदान से लगे ग्राम मलगांव के विस्थापितों ने आंदोलन शुरू किया जो विस्तारित होकर गेवरा परियोजना के नराईबोध तक पहुंच चुका है।