कोरकोमा, बासीन, कुदमुरा और चिर्रा के गौठानों तक पहुंची कलेक्टर साहू गौठानों में संचालित गतिविधियों का लिया जायजा, महिला समूह की सदस्यों से भी मिली

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कोरबा@M4S: कलेक्टर रानू साहू आज जिले के चार गौठानों कोरकोमा, बासीन, कुदमुरा और चिर्रा पहुंची। साहू ने इन गौठानों में संचालित आजीविका संबंधी गतिविधियों के साथ-साथ पशुओं के लिए उपलब्ध सुविधाओं और चारागाह का भी अवलोकन किया। उन्होंने गौठानों में पहुंचकर महिला स्वसहायता समूहों द्वारा किए जा रहे आजीविका संवर्धन के कामों की जानकारी ली और उनकी सराहना की। गौठानों में निरीक्षण के दौरान श्रीमती साहू ने कहा कि राज्य शासन द्वारा महत्वकांक्षी नरवा गरवा घुरवा बाड़ी विकास योजना से गांवो में ही आमदनी बढ़ाने की आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस काम में गांव की महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। कलेक्टर ने सभी गौठान में स्व सहायता समूह की महिलाओं और गौठान समितियों के पदाधिकारियों से भी बात की। उन्होंने समूह की महिलाओं द्वारा की जा रही आजीविका गतिविधियों और उनसे होने वाले मुनाफा की बात सुन कर समूह की महिलाओं की तारीफ और सराहना की। श्रीमती साहू ने गौठानों में गोबर खरीदी प्रक्रिया, वर्मी खाद उत्पादन, मुर्गीपालन, रेशम धागा उत्पादन, अगरबत्ती निर्माण, दोना-पत्तल निर्माण जैसी रोजगार मूलक गतिविधियों के साथ-साथ चारागाहों का भी अवलोकन किया। श्रीमती साहू ने गौठानों से संबद्ध चारागाहों में चारे के साथ-साथ सामुदायिक सब्जी उत्पादन के लिए भी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
कोरकोमा गौठान में निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने गोबर संग्राहकों से चर्चा की और गोैधन न्याय योजना के बारे में पूछा। उन्होंने गोबर खरीदी की पूरी प्रक्रिया की जानकारी ली और अब तक खरीदे गए गोबर तथा विक्रेताओं को भुगतान की गई राशि के बारे मेँ भी पूछा। श्रीमती साहू ने गोबर खरीदी के लिए संचालित मोबाइल एप्प में संग्राहकों की पूरी जानकारी, खरीदे गए गोबर की मात्रा, भुगतान की गई राशि आदि की भी ऑनलाइन जानकारी ग्राम सचिव से ली। इस दौरान कलेक्टर से गौठान से जुड़े महिला स्वसहायता समूह की सदस्यों ने वर्मी कम्पोस्ट को सुरक्षित रखने के लिए गोदाम बनाने की मांग की। कलेक्टर ने सदस्यों की इस मांग पर जल्द सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया।
सब्जी उत्पादन के लिए मिलेगा सामुदायिक वन अधिकारी पट्टा – बासीन के गौठान के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर साहू से महिला स्वसहायता समूह की सदस्यो ने सामुदायिक बाड़ी विकसित कर सब्जी उत्पादन करने की इच्छा जताई। कलेक्टर ने इस पर खुशी जाहिर करते हुए महिलाओं को प्रोत्साहित किया और गौठान के आसपास ही पांच एकड़ भूमि चिन्हांकित कर सामुदायिक वन अधिकार पट्टा देने की कार्रवाई के निर्देश वन तथा राजस्व अधिकारियों को दिए। उन्होंने बासीन गौठान के सुव्यवस्थित संचालन पर गौठान समिति की प्रशंसा भी की और गौठान को मल्टी एक्टिविटी सेंटर के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। श्रीमती साहू ने गौठान में खरीदे गए गोबर से वर्मी खाद और सुपर कम्पोस्ट भी बनाने के निर्देश दिए।
महिला स्वावलंबन की मिसाल चिर्रा गौठान: कलेक्टर साहू – आज कलेक्टर रानू साहू ने सुदुर वनांचल के चिर्रा गौठान का भी आकस्मिक निरीक्षण किया। गौठान में संचालित गतिविधियों और वहां काम करने वाली महिला स्वसहायता समूह की सदस्यों से मिलकर कलेक्टर ने प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने गौठान की जीविकोपार्जन की गतिविधियों से जुड़ी 35 महिलाओं से भी बात की। गौठान की जीविकोपार्जन की गतिविधियों से जुड़ी 35 महिलाओं से भी बात की। महिलाओं द्वारा पांच लाख रूपए से अधिक की आमदनी पाने और लगातार रोजगार से जुड़े रहने की जानकारी कलेक्टर को दी गई। महिला समूह की अध्यक्ष ललिता ने कलेक्टर को बताया कि गांव की विधवा परित्यकता एवं अन्य महिलाओं को मिलाकर 35 महिलाओं का समूह बनाया। समूह की महिलाएं गौठान में मछली पालन, मुर्गी पालन, सब्जी उत्पादन, धान की खेती, वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन जैसे आर्थिक गतिविधियों में काम कर रहीं है। गांव में ही काम मिल जाने से गांव की महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत हो रही है, जिससे उनके घर की आर्थिक स्थिति सुधर रही है। आर्थिक मजबूती मिलने से गांव की महिलाएं अपने घर-परिवार तथा बच्चों का भरण-पोषण एवं पढ़ाई-लिखाई अच्छे से कर पा रही है। ललिता ने बताया कि समूह की महिलाएं मिलकर 800 क्विंटल गोबर खाद की खरीदी कर चुकी है और 400 क्विंटल केंचुआ खाद भी बना चुकी हैं। कलेक्टर श्रीमती साहू ने महिला समूहों की तारीफ करते हुए चिर्रा गौठान को महिला स्वावालंबन की सच्ची मिसाल बताया और सभी महिलाओं को इसी तरह पूरे आत्मविश्वास के साथ काम करने की सलाह दी।

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