कोरबा@M4S: विश्व पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम के तहत कोरबा जिले में सघन पल्स पोलियो अभियान 31 जनवरी से शुरू हो गया है। तीन दिवसीय इस अभियान में जिले के पांच साल तक के एक लाख 72 हजार 900 छोटे बच्चों को पोलियो की खुराक दी जाएगी। अभियान में पहले दिन 31 जनवरी को बूथ स्तर पर पांच वर्ष तक बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जा रही है।
इसी कड़ी में दवा की पहली खुराक…
इसी कड़ी में महिला बाल विकास विभाग के सीतामणी सेक्टर अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र 4 पुरानी बस्ती में भी शून्य से 5 वर्ष तक के बच्चों को दवा पिलाई गई। दवा की पहली खुराक फरहद अली को पिलाई गई। बूथ आने वाले बच्चों को दवा पिलाने उपरांत चॉकलेट भी बांटे गए। यहां टीकाकरण कार्य में एएनएम श्रीमती सुधा बंसोड़, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लाजवन्ती दीवान, मितानिन श्रीमती कृष्णा देवांगन, सहायिका रमा देवी, नर्सिंग प्रशिक्षिका शिवानी लहरे, आरती शाह, नागरिक शहादत अली का सहयोग रहा।
कल दूसरे दिन एक फरवरी तथा तीसरे दिन दो फरवरी को पहले दिन दवा पीने से छुट गए बच्चों को घर-घर जाकर पोलियो की खुराक दी जाएगी।
जिले के प्रभारी सीएमएचओ डाॅ. अरूण तिवारी ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान के दौरान कटघोरा विकासखण्ड में 18 हजार 015, कोरबा विकासखण्ड में 19 हजार 455, करतला विकासखण्ड में 22 हजार 847, पाली विकासखण्ड में 26 हजार 480 और पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड में 30 हजार 105 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। शहरी क्षेत्र में 55 हजार 998 बच्चे इस अभियान के दौरान पोलियो की खुराक पिएंगे। बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने के लिए जिले में एक हजार 591 बूथ बनाये गये हैं। कोरबा विकासखण्ड में 354, कटघोरा विकासखण्ड में 208, करतला मे 200, पाली में 249, पोड़ी-उपरोड़ा में 267 और शहरी क्षेत्रों में 313 बूथ बनाये गये हैं। इन बूथों में पोलियो की दवा पिलाने के लिए तीन हजार 737 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं , आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और मितानिनों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके साथ ही 372 पर्यवेक्षक भी निगरानी-निरीक्षण के काम मे लगाए गए हैं। पल्स पोलिया अभियान के लिए 30 मोबाइल टीमें भी लगाईं गईं हैं। सभी मेला-बाजारों और ईंट-भट्ठों तक में छोटे बच्चों को दवा पिलाने के लिए 26 लोगों की टीम अलग से लगाई गई है।
जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ. कुमार पुष्पेश ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान की सफलता के लिए जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं जो अभियान के दौरान बूथों की सतत माॅनिटरिंग करेंगे। अभियान की तिथि की जानकारी लोगों तक पहुंचाने और जनजागरूकता के लिए बैनर, पोस्टर, स्कूल रैली एवं माईकिंग की गतिविधियां पहले से ही की जा रहीं हैं। डाॅ. कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के आपसी समन्वय से इस अभियान को सफल बनाया जा रहा है।
सभी अपने बच्चों को पोलियो से बचाने जरूर पिलाएं दवाई: कलेक्टर कौशल की अपील –
कलेक्टर किरण कौशल ने जिले के सभी निवासियों से अपने शुन्य से पांच वर्ष तक बच्चों को 31 जनवरी रविवार को पोलियो बूथ पर ले जाकर पोलियो की खुराक जरूर पिलाने की अपील की है। कलेक्टर ने कहा है कि अपने बच्चों के साथ-साथ आस पड़ोस के भी छोटे बच्चों को पोलियो बूथ पर ले जाकर दवाई पिलाएं और पोलियो से बचाने में शासन-प्रशासन की मदद करें। कलेक्टर ने कहा है कि दूसरे दिनों में स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा घर आकर बच्चों को पोलियो की दवाई पिलाने का इंतजार करने की मानसिकता से हमंे निकलना होगा और खुद होकर अपने बच्चों को पोलियो की दवाई पिलाने के लिए पहले दिन ही बूथ पर ले जाना होगा। श्रीमती कौशल ने कहा है कि पोलियो को देश-राज्य और जिले से मिटाना है और इसके लिए पालकों तथा जिले के निवासियों की सहभागिता सबसे जरूरी है। पोलियो को जड़ से खत्म करने के लिए और अपने बच्चों को स्वस्थ-तंदरूस्त और बलवान बनाने के लिए शासन-प्रशासन के इस अभियान में सहयोग कर अपनी भागीदारी सभी जिम्मेदार नागरिकों को निभानी चाहिए। इससे ही हम पोलियो जैसी बीमारी को खत्म कर पाएंगे।