कोरबा@M4S:सहयोगी ग्रामों के लोगोकि कल्याण की दिशा में एनटीपीसी कोरबा द्वारा कई कार्यक्रम किया जा रहा है। इस कड़ी में एक कदम आगे बढ़ते हुए एनटीपीसी कोरबा की महिलाओं की सामाजिक संस्था मैत्री महिला समिति एवं नैगम सामाजिक दायित्व विभाग के सयुंक्त तत्वावधान में दिनांक 31 अक्तूबर को मुशरूम की खेती करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ श्रीमति उमा त्रिपाठी, अधक्ष्य, मैत्री महिला समिति एवं श्री अश्विनी कुमार त्रिपाठी, कार्यकारी निदेशक एनटीपीसी कोरबा द्वारा किया गया। शीत ऋतु के आगमन को ध्यान में रखते हुए एनटीपीसी कोरबा की ऐश डाइक के निकटवर्ती ग्राम धनरास, घमोटा एवं शालियाभाटा के महिलाओं की 11 स्वसहायता समूह को यह प्रशिक्षण एनटीपीसी द्वारा नियोजित व्यवशायिक संकाय द्वारा प्रदान किया जाएगा।
एनटीपीसी कोरबा हमेशा अपनी सहयोगी ग्रामों में विभिन्न उन्नयन कार्य कर रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य है समवेशी उद्यम से सहयोगी ग्रामों में सामाजिक एवं आर्थिक विकास करना है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने का मुख्य उद्देश्य है जो दूर दर्राज ग्रामों में महिलाएं है उनको वहाँ की उपलक्ध संसाधनों के माध्यम से उनका आर्थिक विकास करना है। धनरास, घमोटा एवं शालीयभाठा एनटीपीसी कोरबा की तीन प्रमुख सहयोगी ग्राम है। ग्रामीणों का मुख्य आजीबीका कृषि पर आधारित है, तो मशरूम उत्पादन जैसे कृषि आधारित कार्य में कम लागत में लाभजनीक कार्य करते हुए वहाँ की महिलाओं को रोजगार का अवसर प्रदान करने के लिए मैत्री महिला समिति ने सोचा और उसको अमल में लाने के लिए दृष्ठि फाउनडेशन के जरिये प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। मशरूम उत्पादन के साथ साथ उसका विक्री एवं बाजार उपलब्धता भी उनको शिखाया जाएगा जिस से वह लोग लाभान्वित हो सकेंगे। इस प्रयास के लेए ग्रामीण महिलाएं एनटीपीसी कोरबा की खूब प्रशंशा की।
इस अवसरपर धनरास की ग्राम सरपंच श्रीमति मंटोरी बाई कंवर, कटघोरा कृषि विज्ञान केंद्र की वरिष्ठ कृषि विज्ञानी श्री आर के मोहोबिया, श्रीमति एएम भार्गवी, उप अध्यक्ष, मैत्री महिला समिति, श्रीमति रेखा श्रीवास्तव, महा सचिव, मैत्री महिला समिति एवं अन्य सदस्याएँ, नैगम सामाजिक दायित्व विभाग के अधिकारी, दृष्ठि फाउनडेशन के अधिकारी एवं ग्रामीण महिलाएं उपस्थित थे।
महिलायों को स्वरोजगारक्षम बनाने के लिए मैत्री महिला समिति एनटीपीसी कोरबा की पहल
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