रिपोर्ट:मनहरण साहू
कोरबा@M4S:कटघोरा जनपद पंचायत के दफ्तर में आज नाटकीय ढंग से एक कर्मचारी के विरोध प्रदर्शन का मामला सामने आया. जनपद अध्यक्ष समेत दूसरे सदस्यों ने जनपद कटघोरा में पदस्थ लेखापाल एके बैसवाड़े के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उनपर गंभीर आरोप लगाए है. सदस्यों के मुताबिक लेखापाल का व्यवहार अभद्र और अनुचित होता है. वे शासकीय कार्यो में न ही सचिवों का सहयोग करते और ना ही सदस्यों को तवज्जो देते. आलम यह है कि पंचायत के पंच और सरपंच सरीखे जनप्रतिनिधियों ने जनपद कार्यालय में आना भी बन्द कर दिया है. यही वजह है कि पंचायत के कामकाज रुके हुए है. लॉकडाउन में निर्माण कार्यो के रुकने और सम्बंधित कार्यो बिलिंग नही होने से वे खासे परेशान है.
सदस्यों ने बताया कि पूर्व में उन्होंने इसकी लिखित शिकायत जिला कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ को प्रेषित किया था. उन्होंने आश्वासन दिया था कि वे इस समस्या के निराकरण करेंगे बावजूद लेखापाल बैसवाड़े को ना ही समझाइस दी गई और ना ही उन्हें उ के मूल पदस्थापना स्थल भेजा गया.
पंचायत प्रशासन के इन्ही व्यवहार से क्षुब्ध जनपद अध्यक्ष लता कंवर की अगुवाई में आज करीब दर्जन भर सदस्य दफ्तर पहुंचे और जनपद कार्यालय में ताला जड़ दिया. तालाबंदी के दौरान जनपद सीईओ व सभी कर्मचारी अपने चैम्बर पर ही मौजूद थे. उन्होंने इसकी सूचना तत्काल तहसीलदार श्री रोहित सिंह को दी. खबर पाकर मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने सदस्यों को समझाइस दी और तत्काल ताला खोलने के निर्देश दिए. हालांकि प्रदर्शनकारी सदस्य अपनी मांगों के पूरा होने से पहले किसी भी तरह की वार्ता के लिए तैयार नही थे.
तहसीलदार ने उन्हें आश्वस्त किया कि जिला कलेक्टर व कटघोरा एसडीएम ने उनकी मांगो पर संज्ञान लेते हुए त्वरित कार्रवाई की बात कही है. इस समझाइस के बाद जनपद के सदस्यों ने ताला खोला जिसके पश्चात प्रतिनिधि मंडल ने सीईओ के साथ वार्ता की.