भरतपुर(एजेंसी):भरतपुर के मथुरा गेट थाने के सामने नाबालिग बच्चे ने अपने 12 साल के साथी की गोली मारकर हत्या कर दी। जब आरोपी बच्चे का सोशल अकाउंट खंगाला गया तो कई चौकाने वाली पोस्ट सामने आईं। जिसमें लिखा था- “कागजों पर तो अदालतें चलती है, हम तो डिफॉल्टर छोरे है, फैसला ऑन स्पॉट करते है।”
आरोपी बाल अपचारी की मां ने बताया कि वह पढ़ने में काफी अच्छा है। 8वीं में 72 प्रतिशत अंक थे। इस साल 9वीं में अच्छे अंक मिले है। मां ने कहा कि काश स्कूल खुले होते तो आज यह दिन नहीं देखना पड़ता।
12 साल के बच्चे के खेलने कूदने के दिन होते है, लेकिन आज के बच्चों के इस तरह की वारदात में शामिल होने के बाद कई सवाल सामने आते हैं। आखिर कहां जा रहा है बचपन? आखिर अभिभावक बच्चों पर ध्यान क्यों नहीं दे पाते?
पूरी घटना के बारे में मृतक यशवंत के बड़े भाई दुष्यंत ने बताया कि सोमवार (27 जुलाई) सुबह करीब पौने नौ बजे वह अपने घर से निकला। पड़ोसी युवक विष्णु उर्फ बबलू कट्टा और दो कारतूस अपने हाथ में लेकर ऊपरी मंजिल से नीचे आया। इसी दौरान यशवंत कुछ सामान लेने दुकान पर पहुंचा। वहां उसने कुरकुरे लिए और वही स्टूल पर बैठ कर खाने लगा।
विष्णु के हाथ से उसके नाबालिग भतीजे ने कट़्टा ले लिया। उसने एक गोली डाल कर ट्रिगर दबा दिया। गोली यशवंत के सिर में लगी। आसपास के लोग घायल बच्चे को तुरंत अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।