उडता पंजाब पर अनुराग और पहलाज आमने सामने

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मुंबई(एजेंसी):ड्रग्स पर आधारित फिल्म ‘उडता पंजाब’ को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने निर्माता अनुराग कश्यप पर आरोप लगाया है कि उन्होंने फिल्म में आम आदमी पार्टी के पैसे लगाए हैं। प्रचार के लिए अनुराग मामले को तूल दे रहे हैं। दूसरी तरफ, इस फिल्म के समर्थन में पूरा बॉलीवुड एकजुट हो गया। इस बीच, बुधवार को अनुराग ने डायरेक्टर एसोसिएशन के साथ प्रेस कांफ्रेंस कर निहलानी से इस आरोप के बदले में माफी मांगने को कहा है।

उन्होंने कहा,‘उडता पंजाब’ को पास करने में जानबूझ कर देरी की जा रही है। बता दें कि मुकेश भट्ट, महेश भट्ट, सतीश कौशिक, इम्तिआज अली के अलावा कई और फिल्मी हस्तियां इस संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे।

राजनीतिक दबाव नहीं
निहलानी ने बुधवार को स्पष्ट किया कि उन पर राजनीतिक दबाव नहीं है। उन्होंने कहा, पूरी फिल्म पंजाब पर आधारित है और उन्होंने पंजाब से नाम लिए हैं तो हमारे पास कारण है, हम दिशा निर्देशों के अनुरूप काट-छांट कर सकते हैं। हम प्रमाणपत्र देने को तैयार हैं। लेकिन निर्माता प्रमाणपत्र लेने से पहले मीडिया में चले गए। अब बुधवार को वे पत्र लेने आए। ऐसा पंजाब को बदनाम करने के लिए किया गया है।

जानबूझकर देरी
अनुराग ने फिल्म में कथित तौर पर 89 जगह काट-छांट करने, शीर्षक एवं फिल्म से पंजाब शब्द हटाने पर निहलानी की आलोचना की। अनुराग ने कहा कि एक इंसान अपनी नैतिकता पूरी फिल्म इंडस्ट्री पर थोप रहा है। आगे चलकर निर्माता फिल्म बनाने के पहले दस बार सोचेंगे। यह स्वतंत्रता की अभिव्यक्ति का हनन है। इससे पहले अनुराग ने कहा था कि वहउत्तर कोरिया जैसा माहौल महसूस कर रहे हैं।

क्या है विवाद
फिल्म उडता पंजाब में पंजाब में होने वाले ड्रग्स के कारोबार और उसमें फंसते युवाओं की कहानी है। विवाद तब हुआ जब सेंसर बोर्ड ने फिल्म के नाम से पंजाब शब्द के  साथ ही 80 से भी ज्यादा कट के साथ फिल्म रिलीज करने के लिए कहा। यह निर्माता अनुराग कश्यप को नामंजूर है। इस फिल्म में शाहिद कपूर, करीना कपूर, आलिया भट्ट ने लीड रोल अदा किए हैं। फिल्म 17 जून को प्रदर्शित होनी है।

आमने-सामने
फिल्म उडता पंजाब पर आपत्तियां और 89 कट के निर्देश बेवजह दिए गए हैं। पहलाज निहलानी नियम-कानून को दरकिनार कर सेंसर बोर्ड को चला रहे हैं। निहलानी अपनी नैतिकता पूरी दुनिया के सिनेमा पर थोपना चाहते हैं।
– अनुराग कश्यप

फिल्म पर बेवजह विवाद खड़ा किया जा रहा है। यह अनुराग कश्यप का पब्लिसिटी स्टंट है। फिल्म के 73 फीसदी हिस्से को मंजूरी दी गई है। फिल्म में 89 कट की बात नहीं है। कश्यप के आरोप बेबुनियाद हैं। हम नियमों के अनुरूप काम करते हैं।
-पहलाज निहलानी

कबीर, गौरी अनुराग के समर्थन में
फिल्म के नाम में परिवर्तन करना तार्किक नहीं है। सेंसर बोर्ड ने उनकी फिल्म बजरंगी भाईजान के नाम में परिवर्तन करने के लिए कहा था।
– कबीर खान, निर्देशक

आप किसी व्यक्ति का जीभ काटकर उसे झूठा नहीं साबित कर सकते। ऐसा करके आप विश्व को सिर्फ ये बताते हैं कि वह जो कह सकता है, उससे आप डरते हैं।
– गौरी शिंदे, फिल्म इंग्लिश विंग्लिश की निर्देशक

अभिनेता-निर्देशक फरहान अख्तर ने भी सेंसर बोर्ड की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि शक्ति का नशा सबसे खतरनाक होता है। कल्कि कोचलिन ने कहा कि उडता पंजाब के मामले में बहुत ही यथार्थवादी दृष्टिकोण को सेंसरशिप के जरिये सीमित करने का प्रया स किया जा रहा है।

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