कोरबा@M4S:प्रदेश में सूरजपुर,बलरामपुर में हाथियों के बाद अब कोरबा में हाथी की जान मुश्किल में है,दरअसल कोरबा वन मंडल के कुदमुरा वन परिक्षेत्र के ग्राम गुरमा में एक अर्ध वयस्क हाथी जंगल से गांव में आ पंहुचा,गुरमा के आश्रित ग्राम कठरा डेरा निवासी गजा राम राठिया के घर बॉउंड्री वॉल तोड़ कर आता देख गजा राम राठिया के घर वाले दहशत में आ गए कुछ देर में हाथी अचेत होकर गिर गया,आंगन में बारिश से मिट्टी गीली होने से कीचड़ में हाथी उठने के प्रयास करता रहा लेकिन नहीं उठ पा रहा,इधर इसकी जानकारी ग्रामीणों ने वन विभाग को दोपहर को दी लेकिन वन अमला मौके पर देर से पंहुचा, कठराडेरा के ग्रामीणों द्वारा दोपहर 1 से 2 बजे के आसपास परिसर रक्षक गुरमा को हाथी की जानकारी दी गई जिसके पश्चात उच्चाधिकारी को सूचित कर उक्त स्थान पर लगभग दोपहर 2.30 बजे को पहुँचे, हाथी ग्रामीण के घर मे पेट के बल लेता हुआ था जिससे उससे सांस लेने में परेशानी हो रही थी । वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट डॉक्टर ने बताया कि उसे करवट लेकर रखे। जिसके बाद उपस्थित सभी अधिकारी एवं कर्मचारी और ग्रामीणों के सहयोग से उसे करवट पलटाया गया जिससे उसकी सांस लेने की गति सामान्य हो गयी। वन अधिकारियों द्वारा लगातार डॉक्टरों से संपर्क कर हाथी की वस्तु स्थिति बताइए जा रही थी। हाथी की सांस लेने की गति सामान्य है और हर 15 से 20 मिनट में रिकॉर्ड किया जा रहा था।कुछ समय बाद पशु चिकित्सक करतला मौके में उपस्थित हुए जिनके द्वारा हाथी का तापमान लिया गया जो कि सामान्य था। हाथी द्वारा बार बार उठने का प्रयास किया जा रहा था परंतु उठने में असमर्थ रहा ऐसा प्रतीत होता है कि हाथी के शरीर मे पर्याप्त ताकत नही है। हाथी की जान बचाने के लिए वन मंडलाधिकारी कोरबा गुरुनाथन के नेतृत्व में वन अमला लगातर प्रयासरत है, हाथी को बचाने के लिए वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट की टीम रायपुर बिलासपुर और कोरबा से घटनास्थल की और रवाना हो चुके है। हाथी अर्ध वयस्क प्रतीत हो रहा है जिसकी उचाई 1.9 मीटर है, वन अमला और डॉक्टर की पूरी टीम प्रयास कर रही है।।