दिल्ली(एजेंसी):9000 करोड़ का लोन लेकर देश छोड़कर जा चुके राज्यसभा सांसद विजय माल्या ने ब्रिटेन के अंग्रेजी अखबार गार्जियन को ईमेल भेजकर कई अहम बातें बताईं। माल्या भारत लौटना चाहते हैं। लेकिन उन्हें वक्त से डर लग रहा है। वह 9000 करोड़ का उधार भी चुकाना चाहते हैं पर डरते हैं कि उनकी अच्छी भावनाओं को मीडिया तोड़मरोड़ कर पेश करेगी।
वैसे तो विजय माल्या ने ट्वीट कर खुद कहा है कि मैं किसी से बात नहीं करना चाहता हूं लेकिन ब्रिटेन के अखबार संडे गार्डियन को उन्होंने ईमेल के माध्यम से इंटरव्यू दिया। उन्होंने कहा, मैंने अपने मित्र के साथ निजी यात्रा के कारण देश छोड़ा मगर लोगों ने समझा कि मैंने इतने बड़े लोन से बचने के लिए देश छोड़ दिया। मेरे खिलाफ पिछले साल ही लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। लेकिन मैं नहीं भागा। मुझे एक अपराधी की तरह क्यों पेश किया गया।
उन्होंने आगे जवाब दिया कि लोन डिफाल्ट उनके कारोबार का मामला है। जब बैंक लोन देती है तो उसे रिस्क का पता होता है। उन्होंने मुझे लोन देने का निर्णय किया था मैंने नहीं। मेरा अपना बिजनेस अच्छा चल रहा था पर अचानक घाटा हो गया।
गार्जियन के मुताबिक माल्या ने मेल कर कहा, मुझे विलेन मत बनाओ। मेरी नीयत अच्छी है। मैं शांत हूं क्योंकि मुझे डर है कि मेरे शब्दों को तोड़मरोड़ कर पेश किया जाएगा। मैं दिल से भारतीय हूं। वापस देश जाना चाहता हूं। लेकिन मुझे ये भरोसा नहीं कि मैं वहां अपना पक्ष रखने का मौका पा पाऊंगा। मुझे पहले ही क्रिमिनल घोषित किया जा चुका है। मुझे नहीं लगता कि ये सही समय है। लेकिन मैं एक दिन जरूर लौटूंगा। भारत ने ही मुझे सबकुछ दिया है। उसी ने मुझे विजय माल्या बनाया है।