कोरबा@M4S:16 दिसंबर को दिन के 12 बजे सूरज का प्रवेश धनु राशि में होगा। फलस्वरूप इसी दिन से खरमास प्रारंभ हो जाएगा जो 14 जनवरी तक बना रहेगा। इस खरमास की अवधि में मांगलिक कार्यों पर नहीं किया जाएगा। इस अवधि में मांगलिक कार्य करना शास्त्रों के अनुसार निषेध माना जाता है, फिर 14 जनवरी के बाद 18 जनवरी से 25 जून तक विवाह के 35 शुभलग्न होंगे। उपनयन संस्कार के 14 व मुंडन संस्कार के 29 शुभ मुहूर्त हैं। खरमास से पहले अब विवाह के लिए तीन शुभ मुहूर्त बचे हैं।
जब सूर्य धनु या मीन राशि में प्रवेश करते हैं तभी खरमास की स्थिति बनती है। सामान्यतया वर्ष में दो बार यह स्थिति होती है। मार्च के प्रारंभ से अप्रैल के मध्य तक व दिसंबर के मध्य से जनवरी के मध्य खरमास की स्थिति हर वर्ष होती है और इस अवधि में शुभ कार्य नहीं किए जाते है। 16 दिसंबर के बाद शुभ कार्यों में पुरे एक महीने के लिए जनवरी तक विराम लग जाएगा। इस बीच शादी विवाह जैसे मांगलिक कार्य नहीं होंगे। इसी कारण से दिसंबर खरमास लगने की तारीख नजदीक आते ही शहर से लेकर ग्रामीण इलाके में अधिक शादियां हो रही है।
दिसंबर में बचे हुए मुहूर्त
पंडितों के अनुसार 16 दिसंबर को धनु राशि में सूरज का प्रवेश होने के कारण कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किया जाएगा। यह अवधि 14 जनवरी तक रहेगा। इस बार 15 जनवरी को तिल संक्रांति का त्योहार मनाया जाएगा। खरमास से पहले दिसंबर में 8,9, और 14 को विवाह के लिए शुभ मुहूर्त और मुंडन संस्कार के लिए 9 दिसंबर के लिए दिन बचे हैं।
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विवाह के 45 शुभ मुहूर्त
जनवरी – 18, 19, 22, 23, 25, 26, 27, 30
फरवरी -1, 6, 8, 10, 15, 16, 17, 22, 24, 27
मार्च -1, 6, 8, 9, 13,
मई – 1, 3, 7, 11, 12, 17, 21, 22 , 26, 29, 31 ,
जून – 5, 7, 8, 9, 12, 14, 18, 22, 23, 25, 28
16 दिसंबर से खरमास,18 जनवरी से फिर बजेंगी शहनाई इस माह 8, 9 और 14 , तो 2023 में जून तक कुल 45 मुहूर्त
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