कोरबा@M4S: प्रतिकूल परिस्थितियां कभी भी किसी को बताकर नहीं आती। ऐसे में उनसे डटकर मुकाबला करना होता है। नगर सेना के साथ मिलकर काम करने वाले आपदा प्रबंधन विभाग ने ऐसे ही मामलों का सामना करने के लिए आपदा मित्र तैयार किए हैं। कोरबा में उन्हें 12 दिन का विशेष प्रशिक्षण दिया गया। जिसका होमगार्ड डीआईजी और संभागीय सेनानी ने जायजा लिया।
आईटीआई रामपुर क्षेत्र स्थित लाइवलीहुड कॉलेज के परिसर में आपदा मित्रों के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था भारत सरकार की ओर से की गई है। सभी क्षेत्रों में इस योजना पर क्रियान्वयन हो रहा है। अनेक अवसरों पर उत्पन्न होने वाले हालात से जूझने के लिए बड़ी संख्या में कुशल मानव संसाधन उपलब्ध हो, इस उद्देश्य के साथ आपदा मित्र तैयार किए जा रहे हैं। कोरबा में आपदा प्रबंधन विभाग के विशेषज्ञों की उपस्थिति में युवाओं के एक बैच को विशेष प्रशिक्षण दिया गया। भिन्न-भिन्न पॉइंट में जोखिम प्रकृति के काम को कैसे करना है,
सीखने के साथ युवाओं ने करके दिखाया। छत्तीसगढ़ होमगार्ड के डीआईजी राजेश पांडे और संभागीय सेनानी प्रशिक्षण सत्र को देखने के लिए कोरबा पहुंचे। जिला सेनानी पीबी सिदार की उपस्थिति में अधिकारियों ने युवाओं का कौशल देखा। बताया गया कि प्रशिक्षण के लिए संपूर्ण व्यवस्था केंद्रीय फंड से की गई हैं। उद्देश्य यही है कि स्थानीय स्तर पर होने वाली आपदा के लिए नजदीक से ही संकट मोचन बल उपलब्ध हो। इससे समस्या का समाधान जल्द होगा। प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों को व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया है और एक संदेश के जरिए उन्हें किसी भी समय बुलाया जा सकता है। कोरबा में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले आपदा मित्रों को अपनी दक्षता आगामी दिनों में साबित करने का अवसर प्राप्त होगा। स्थानीय स्तर पर लाइवलीहुड कॉलेज में आयोजित प्रशिक्षण सत्र के लिए संस्था के प्राचार्य अरुणेंद्र मिश्रा और उनकी टीम ने विशेष प्रयास किया