प्रचार-प्रसार के अभाव में नहीं कर पाते शिकायत
कोरबा@M4S: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में सुरक्षा व खानपान से जुड़ी शिकायतों के लिए अलग- अलग हेल्पलाइन नंबर है। हालांकि यात्रियों को इसकी जानकारी नहीं है। इसे प्रचार- प्रसार में कमी माना जा सकता है। इसे देखते हुए रेलवे फिर इन नंबरों को यात्रियों तक पहुंचाने मशक्कत कर रही है। प्रचार-प्रसार की कमी के कारण हेल्पलाइन नंबरों में रेल यात्री शिकायत दर्ज नहीं करा पाते। यानी कि अधिकांश रेल यात्री हेल्पलाइन नंबरों से अनजान है।
ट्रेनों में यात्रियों को रेलवे की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर गंभीरता बरती जा रही है। इसके पीछे उद्देश्य यात्रियों की सुविधा है। जागरूक यात्री अलग- अलग माध्यम से शिकायतें रेलवे तक पहुंचा देते हैं। लेकिन अभी कई ऐसे यात्री है जिन्हें यह जानकारी नहीं है कि शिकायत किस नंबर पर की जाए। जबकि अलग- अलग मामलों से जुड़ी शिकायतों को सुनने के लिए अलग- अलग नंबर हैं। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में भी हेल्पलाइन नंबर की व्यवस्था है। हालांकि यात्री इससे अनभिज्ञ हैं। इसके लिए कहीं न कहीं रेलवे को भी जिम्मेदार माना जा सकता है। क्योंकि सुविधा उपलब्ध कराने के बाद वह पर्याप्त प्रचार- प्रसार नहीं करती। अपनी इन्हीं कमियों को दूर करने और यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे हेल्पलाइन नंबरों को यात्रियों तक पहुंचाने जद्दोजहद कर रही है। यात्री ट्रेन में टीटीई या गार्ड के पास शिकायत कर सकते हैं। इतना ही नहीं वेबसाइट में शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। इसके जरिए सीधे जीएम, सीसीएम, सीनियर डीसीएम की सूचना मिल जाएगी।
शिकायतें हेल्पलाइन नंबर
– महिला सुरक्षा 1800-233-2534
– सुरक्षा 182 व 1322
– खानपान 1800-111-321
– अन्य शिकायतें व सुझाव 138
– एसएमएस 09717630982
– खानपान (जोन व डिवीजन स्तर) 9752051355, 9752088444, 9752081968 व 8600036214
हेल्प लाइन नंबरों से रेल यात्री अनजान
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