जेएसएस कोरबा में कौशल दीक्षांत समारोह आयोजित
कोरबा@M4S:जो लोग अपने आप को हुनरमंद बनाने के लिए आगे बढ़ते हैं, उनको कोई रोक नहीं सकता। सोचने वाले सोचते रह जाते हैं और मेहनत करने वाले आगे निकल जाते हैं। आप ऊंचे सपने देखें और परिस्थितियों से जूझते हुए पूरी इच्छाशक्ति के साथ मेहनत करें तो सफलता मिलना तय है।
उक्ताशय के उद्गार कोरबा जिले के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने व्यक्त किए। कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रायोजित जन शिक्षण संस्थान के द्वारा शासकीय मिनीमाता कन्या महाविद्यालय में 17 सितंबर शनिवार को आयोजित कौशल दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि श्री सिंह ने कहा कि जीवन में सीखने के लिए हर समय ललायित रहना चाहिए। शिक्षा में बड़ी ताकत होती है। डॉ. अंबेडकर ने कहा है कि जो शिक्षा रूपी शेरनी का दूध पियेगा वही आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा कष्ट, चुनौतियां व परेशानी हमें ही है, ऐसा लगना महत्वपूर्ण नहीं बल्कि महत्वपूर्ण यह है कि आप अपने आप को आगे बढ़ने के लिए किस तरह तैयार करते हैं, आप में कितनी इच्छाशक्ति है। संसाधनों के अभाव से जूझकर भी हजारों लोग आगे बढ़े हैं। भारत की पहली दिव्यांग महिला पर्वतारोही अरूणिमा सिन्हा का उदाहरण देते हुए एसपी श्री सिंह ने कहा कि हमें परिस्थितियों को दोष देने की बजाय स्वयं से प्रोत्साहित होकर मेहनत करना चाहिए। श्री सिंह ने जेएसएस के प्रशिक्षार्थियों को कौशल की डिग्री मिलने की शुभकामनाएं देते हुए जेएसएस के डायरेक्टर और पूरी टीम को बधाई दी और कहा कि स्कील्ड का रास्ता दिखाने से बड़ी दूसरी कोई समाज सेवा नहीं हो सकती। यहां से निकलकर प्रशिक्षार्थी अपने हूनर का भरपूर लाभ उठाएं।
कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कंवर, विशिष्ट अतिथि शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष दिनेश सोनी, मिनीमाता कन्या महाविद्यालय की उप प्राचार्य डॉ. तारा शर्मा, जिला रोजगार अधिकारी जेपी खाण्डे ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नूतन सिंह कंवर, डॉ. राजेंद्र सिंह, प्राचार्य मिनीमाता कन्या महाविद्यालय, श्रीमति गीता एडवर्ड प्राचार्य टाइनी कॉटेज एनटीपीसी भी उपस्थित रहे। इससे पहले भगवान विश्वकर्मा के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। अतिथियों का स्वागत बैच लगाकर एवं पौधे भेंट कर किया गया। अतिथियों ने प्रशिक्षार्थियों को कौशल का प्रमाण पत्र प्रदाय कर उनको उज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी। अंत में सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। आयोजन में जेएसएस के निदेशक सहित सावित्री जेना, तृष्या मोहंती, लक्ष्मी चटर्जी, विजय लक्ष्मी महंत, सुनीता राठौर, ज्योति बरेठ, सतरूपा प्रजापति, वासुदेव, नरेंद्र, किशोर महंत, उमेश, संजय, अनीता चौहान व प्रशिक्षण हितग्राही उपस्थित थे।