हड़ताल अवधि का वेतन काटने एवं सर्विस ब्रेक संबंधी आदेश पर कर्मचारी अधिकारियों में भारी आक्रोश,दमन कारी आदेश की प्रतियां जलाई गई

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कटघोरा@M4S: छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फ़ेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर केंद्रीय कर्मचारियों की भांति 34% महंगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता प्रमुख 2 सूत्रीय मांगों के समर्थन में 25 जुलाई से 29 जुलाई तक छत्तीसगढ़ के पौने पांच लाख कर्मचारियों के द्वारा  निश्चितकालीन आंदोलन किया गया था ।कर्मचारी अधिकारियों के नेतृत्व कर्ताओं से सरकार के किसी भी प्रतिनिधियों के द्वारा मांगों के संदर्भ में संवाद नहीं किया गया बल्कि छत्तीसगढ़ सामान्य प्रशासन विभाग के उप सचिव मेरी खेस के द्वारा पांच दिवसीय आंदोलन के संदर्भ में हड़ताली कर्मचारी अधिकारियों का वेतन काटने के संबंध में आदेश जारी कर दिया गया, उक्त आदेश से कर्मचारी अधिकारियों में आक्रोश व्याप्त है। फल स्वरुप 31 जुलाई को छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन से संबद्ध संगठनों के प्रांत अध्यक्षों एवं जिला संयोजकों की बैठक राजधानी रायपुर में हुई जिसमें शासन द्वारा जारी वेतन काटने के आदेश की प्रतियां 1 अगस्त को जलाने का निर्णय लिया गया। इसी तारतम्य में शहीद वीरनारायण चौक में शाम 5 बजे कटघोरा,पाली और पोड़ी ब्लॉक के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने उक्त आदेश की प्रतियां जलाकर जमकर नारे बाजी की।सरकार के दमनकारी नीति की भर्त्सना करते हुए एकजुटता  का परिचय दिया।  कार्यकारी जिला संयोजक जे पी उपाध्याय के नेतृत्व में तहसील संयोजक टी पी उपाध्याय,शिक्षक संघ के अध्यक्ष विनोद जायसवाल, प्राचार्य मनोज सराफ,विभूति सिंह,डी के काठले,विनोद यादव,सुरेंद्र डिक्सेना,रामकुमार चंद्रा,भूपेन्द्र वर्मा,जे पी बंजारे,के एल बरेठ, एस एल श्रीवास,अजय पोर्ते, विष्णु पांडेय,बी पी वर्मा,आर एल धिरही, अविनाश शांडिल्य सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी इस विरोध प्रदर्शन में उपस्थित थे।

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