गांवों में मनाया जा रहा है आजादी का अमृत महोत्सव
जल संरक्षण एवं जल संवर्धन कार्य आवश्यक
कोरबा@M4S: कोरबाजिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुंदन कुमार ने आज सुबह दूरस्थ अंचल ग्राम कोटमेर के पंसारी नाला में श्रमदान करके ग्रामीणों को सामूहिक श्रमदान हेतु प्रेरित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जल स्रोत नदी, नाले, तालाब, डबरी हमारी अमूल्य धरोहर है इन्हें सहेजना, संरक्षित करना एवं जल का संवर्धन करना हमारा परम कर्तव्य होना चाहिए।
इस अवसर पर आतोबाई राठिया सरपंच कोटमेर एवं अन्य ग्रामीण महिलाओं ने नाला के समीप ही स्नानागार एवं पचरी निर्माण की मांग रखी जिसे सी.ई.ओ. जिला पंचायत ने उनकी मांग स्वीकार की। भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत कैच दि रेन अभियान चलाया जा रहा है इसके तहत् बारिश की एक-एक बूंद सहेजने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जल संरक्षण एवं जल संवर्धन कार्य- तालाब, डबरी, कुंआ, नाला, स्टॉप डेम आदि जल संरचनाओं के संरक्षण पर विशेष जोर दिया जा रहा है। जल संरक्षण एवं जल संवर्धन के कार्यो के स्थल पर पहले ग्रामीणों द्वारा बारिश का पानी सहेजनें के लिए शपथ ली गई थी, इसी श्रृंखला में आज सभी जनपद पंचायतों में जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी एवं ग्रामीणों के द्वारा सामूहिक श्रमदान करके जल स्रोतों की साफ-सफाई की गई। जनपद पंचायत कोरबा के ग्राम पंचायत कोरकोमा के तुर्रीनाला, जनपद पंचायत कटघोरा के जेंजरा, जनपद पंचायत पोड़ीउपरोड़ा के लेपरा ग्राम पंचायत में जनभागीदारी से सामूहिक श्रमदान करके तालाब, डबरी, कुंआ आदि की साफ-सफाई की गई।
इस अवसर पर अधिकारियों ने ग्रामीणों को प्रेरित किया कि बरसात से प्राप्त जल को अधिक से अधिक संग्रहित करेंगे जिससे गांव के जल का गांव में ही उपयोग हो सके। जल का अनावश्यक प्रयोग नहीं करेंगे और न ही इसे व्यर्थ करेंगे। सामूहिक श्रमदान के समय कोविड-19 के नियमों का पालन किया गया।