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कोरबा @M4S:सस्ते और आयातित हैलोजन बल्बों के कारण मानव स्वास्थ्य को हानि पहुंचने की कुछ घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर एवम् जिला दंडाधिकारी ने कोरबा जिले में ऐसे बल्बों के उपयोग पर रोक लगाने के निर्देश अधिकारियो को दिए है श्री पी दयानंद ने विभागीय अधिकारियों की मदद से दुकानों पर लगातार निगरानी रखने और आम जनता के बीच जागरूकता लाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही आम जनता और विशेष रूप से सामाजिक-सांस्कृतिक आयोजन करने वाली संस्थाओं से कार्यक्रमों में ऐसे बल्बों का इस्तेमाल नहीं करने की भी अपील की गई है। कलेक्टर श्री पी दयानंद ने जिले के एस डी ऍम तहसीलदारों एस डी ओ पी एवम् नगरीय निकायों के अधिकारियो को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।
जिलाधीश के ध्यान में यह बात लायी गई है कि ऐसे बल्बों का इस्तेमाल में काफी जोखिम है और ये मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक भी है। प्रदेश केकुछ स्थानों से इस प्रकार के बल्बों के फटने की भी रिपोर्ट आयी है। इन बल्बों के कारण लोगों की त्वचा और आंखों में एलर्जिक प्रतिक्रिया देखी गई है। तीज त्यौहारों के मौसम को देखते हुए भीड़-भाड़ वालेे स्थानों पर इस प्रकार की घटना होने की आशंका भी बनी रहती है। जिला प्रशासन का यह मानना है कि इन सब बातों को देखते हुए ऐसे हानिकारक बल्बों के विक्रय और उपयोग पर तत्काल रोक लगाने की जरूरत है।
इस सिलसिले में कलेक्टर ने ऊर्जा विभाग के अधिकारियों की मदद से इस पर निगाह रखे और सस्ते तथा आयातित हैलोजन बल्बों के इस्तेमाल पर रोक लगाने की कार्रवाई की जाए। बिजली के सामान बेचने वाले दुकानदारों को भी इस प्रकार के सस्ते और आयातित बल्बों के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। जिला कलेक्टर ने यह भी कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस बारे में जागरूकता लाने का प्रयास किया जाए और विभिन्न सामाजिक-सांस्कृतिक आयोजनों तथा पर्वों से जुड़ी समितियों से सम्पर्क कर उन्हें इस प्रकार के नुकसानदायक बल्बों का इस्तेमाल नहीं करने की समझाइश दी जाए।