Raipur @ M4S: प्रदेश की नई आरक्षण नीति ने अनुसूचित जाति वर्ग को दो फाड़ कर दिया है , 29 सितम्बर को इंडोर स्टेडियम में छत्तीसगढ़ प्रदेश कमेटी के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित मुख्यमंत्री का सम्मान व आभार समारोह का विभिन्न संगठनों ने विरोध शुरू कर दिया है , प्रदेश के विभिन्न संगठनों ने नई आरक्षण को अनुसूचित जाति वर्ग का अपमान करना बताया है, वे सम्मान समारोह के विरोध में उसी दिन बूढ़ा तालाब के पास धरना प्रदर्शन करने की घोषणा कर दी है, साथ ही समाज के जनप्रतिनिधियों का पुतला दहन करने जा रही है
महासंघ के सुरेश दिवाकर ने बताया की प्रदेश के सभी जिलों में विभिन्न संगठनों के साथ बैठक हो चुकी है साथ ही सभी सगठनों के प्रमुखों की बैठक भी भिलाई में हुई और विरोध प्रदर्शन की रुपरेखा भी तैयार की गई है , उन्होंने बताया की पूर्व बीजेपी सरकार ने हमारे आरक्षण को 16 से घटा कर 12 . 8 % कर दिया था , जिस पर कांग्रेस ने चुनाव पूर्व घोषणा की थी की हमारी सरकार बनते ही पुनः अनुसूचित जाति का आरक्षण 16 % कर दिया जायेगा लेकिन उन्होंने केवल 0 . 2 % बढ़ा कर 13 % कर समाज को अपमानित किया है , यह प्रतिशत उनकी घोषणा के बिलकुल विपरीत है , उन्होंने कहा की कांग्रेस के घोषणा पत्र को ध्यान में रखकर चुनाव में वोट दिए थे , सरकार बनने के बाद अनुसूचित जाति वर्ग के साथ भेदभाव कर रही है , महासंघ के सदस्यों ने कहा की वही कुछ समाज लोग जो कांग्रेस में है वे अपनी ब्यक्तिगत स्वार्थ के लिए यह सम्मान समारोह का आयोजन रखा गया है , वे सुबह से शाम तक धरना प्रदर्शन करेंगे इस दौरान कांग्रेस की घोषणा पत्र की प्रति लोगो को वितरित करेंगे,
रिपोर्ट बसंत खरे
सम्मान पर विरोध का वार
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