शिक्षकों की भूमिका एवं दायित्व से छात्रों का विकास _ डॉक्टर गजेंद्र तिवारी

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कोरबा@M4s:छत्तीसगढ़ पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल पाली के शिक्षाविद प्राचार्य एवं केरियर काउंसलर एवं छत्तीसगढ़ प्रगतिशील एवं नवाचारी शिक्षक महासंघ कोरबा जिला इकाई के कार्यकारी संयोजक डॉक्टर गजेंद्र तिवारी ने बताया कि शिक्षा में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है शिक्षा का कार्य मात्र कक्षा में शिक्षण कार्य करने पर ही समाप्त नहीं हो जाता बल्कि छात्रों को उचित निर्देशन प्रदान करना विद्यार्थियों की भावनाओं को समझना विद्यालय में सामाजिक वातावरण का निर्माण करना विभिन्न पाठ्य सहगामी क्रियाओं का संचालन करना आदि भी शिक्षक के महत्वपूर्ण कार्य होते हैं । शिक्षक का सबसे महत्वपूर्ण कार्य शिक्षण का ही होता है शिक्षक को ईमानदारी मेहनत और लगन के साथ इस कार्य को करना चाहिए एक शिक्षक यदि अध्यापन कार्य उचित तरीके से नहीं करता तो वह शिक्षक के लायक नहीं है शिक्षक बालकों को औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ अनौपचारिक शिक्षा भी प्रदान करें । शिक्षक अपने इस दायित्व का निर्वहन तभी कर सकता है उसे अपने विषय का पूर्ण ज्ञान हो , अपने विषय के संबंध में नवीनतम जानकारी हो तथा उचित शिक्षण विधि के उपयोग करने की कुशलता हो साथ ही उसमें कर्तव्यनिष्ठ होने की भावना भी होनी चाहिए । किसी भी शिक्षक को सबसे महत्वपूर्ण भूमिका एक नियंत्रक यानी कंट्रोलर के रूप में निभानी पड़ती है अपने निरीक्षण द्वारा नियंत्रण करता है और वह शिक्षण व्यवस्था का मूल्यांकन करता है साथ ही किसी भी विषय मे सम्मुख कक्षा में सबसे महत्वपूर्ण चुनौती यह होती है कि वह एक कक्षा में सभी छात्र एक समान नहीं होते उनकी मानसिक योग्यता व रुचि अलग-अलग होती है ऐसा व्यक्तिगत विभिन्नताओं के कारण होता है उन व्यक्तिगत विभिन्नताओ की पहचान के लिए शिक्षक को मनोवैज्ञानिक होना जरूरी होता है । उनकी मानसिक योग्यता अलग होती है । बहुत जरूरी होता है यहां पर शिक्षक की भूमिका छात्र के लिये अलग-अलग रूप में हो सकते हैं उन्हें ज्ञान के आधार पर योग्यता के आधार पर बुद्धि के आधार पर क्षमता के आधार पर सूची के आधार पर सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि आधार पर सभी छात्रों को उनकी जरूरत के अनुसार ज्ञान देने के लिए एक शिक्षक को मनोवैज्ञानिक तौर पर पारंगत होना आवश्यक होता है क्योंकि शिक्षक विद्यालय का अभिन्न अंग होता है विद्यालय में सक्रिय व्यवस्था और उनका कुशल संचालन के प्रधानाध्यापक का ही नहीं है अपितु विद्यालय का अभिन्न अंग होने के कारण विद्यालय के प्रत्येक कार्य समय सारणी बनाना आयोजन करना और संचालन करना एवं उनकी सफलता के साथ पूरा करने का शिक्षक का दायित्व है । इस प्रकार विद्यालय में विभिन्न प्रकार की व्यवस्थाएं बनाए रखने शिक्षक का महत्वपूर्ण कर्तव्य है एक प्रभावशाली पर्यावरण का निर्माण करके वह अपने शिक्षण कौशल का प्रयोग करता है जिससे वह एक भी पोस्ट अधिगम अनुभवों का सृजन कर सके शिक्षा के सम्मुख कक्षा का एक सदस्य होने के साथ-साथ छात्रों को नेतृत्व प्रदान करने की भी चुनौती होती है अपने नेतृत्व में छात्रों में ज्ञान पिपासु परियों का सीजन करता है शिक्षक कक्षा में शिक्षण के दौरान शिक्षक से छाती के बीच परस्पर अंतर क्रिया करने की प्रक्रिया को अनुदेशन कहते हैं यह संपूर्ण शिक्षण प्रक्रिया में काफी महत्वपूर्ण प्रणाली होती है वह एक अनुदेशक की भूमिका के रूप में शिक्षा के दायित्व को निभाते हैं विद्यार्थियों के कल्याण में रुचि लेना अनुदेशन सामग्री के उपयोग में प्रवीणता हासिल करना तथा उचित अधिक शिक्षण सामग्री का छात्र हित के लिए उपयोग करें यह एक अच्छे शिक्षक का कर्तव्य होता है शिक्षक होता है कि वह अपने प्रत्येक छात्र के व्यक्तिगत संपर्क स्थापित करें कक्षा में एक भेदभाव रहित वातावरण का निर्माण करें संगठन के छात्रों की प्रगति करते रहे अधिगम का मूल्यांकन करना यह भी एक नैतिक जिम्मेदारी बनती है साथ ही शिक्षा का विज्ञान का युग है विज्ञान में कितने ज्ञान का सर्जन बड़ी तेजी से हो रहा है इसलिए एक विज्ञान शिक्षक की एक शोधकर्ता के रूप में बहुत बड़ी भूमिका होती है इस भूमिका में वह अपने अध्ययन और चिंतन के आधार पर विषय वस्तु के अधिगम हेतु संभावित उद्दीपन अनुक्रिया करना उनके प्रभाव का अनुमान लगाना क्रियात्मक सहन करना और योजनाओं पर विचार विमर्श करना आलोचनाओं से विज्ञान से संबंधित कार्यक्रम में भाग लेना तथा छात्र छात्राओं को प्रेरित करना यह भी शिक्षक की जवाबदारी होती है ।
डॉक्टर गजेंद्र तिवारी ने बताया कि जिले में छत्तीसगढ़ प्रगतिशील एवं नवाचारी शिक्षक महासंघ के गठन से जिले के नवाचारी शिक्षकों में हर्ष व्याप्त है उनके साथ साथ ऐसे लोग जो शिक्षा से जुड़े हुए हैं चाहे वह शासकीय अशासकीय में अपनी सर्वश्रेष्ठ भूमिका निभा सकते हैं छत्तीसगढ़ प्रगतिशील एवं शिक्षक महासंघ का उद्देश्य है समाज से जुड़े सभी वर्गों के लोगों को अच्छी गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करना तथा सामाजिक समरसता को कायम करना । बिना भेदभाव के समाज एवं छात्रों के सम्पूर्ण विकास के लिए छत्तीसगढ़ प्रगतिशील एवं नवाचारी शिक्षक महासंघ दृढ़ संकल्पित है..

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