वित्त मंत्री का ऐलान- सरकार देगी १५ हजार से कम सैलरी वालों का ईपीएफ, टेक होम सैलरी बढ़ाने के लिए उठाया यह कदम

- Advertisement -

नई दिल्ली@M4S: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को २० लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की पोटली खोल दी। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत का रोडमैप बनाने के लिए कई अहम ऐलान किए। उन्होंने कहा कि ईपीएफ के लिए दी गई सहायता अगले तीन महीनों के लिए और बढ़ाई जा रही है, जो पहले मार्च, अप्रैल, मई तक दी गई थी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा जून, जुलाई और अगस्त में भी १५ हजार से कम सैलरी वालों का ईपीएफ (यानी सैलरी का २४ फीसदी) सरकार जमा करेगी। सरकार के इस ऐलान का फायदा सिर्फ उन्हीं कंपनियों को मिलेगा, जिनके पास १०० से कम कर्मचारी हैं और ९० फीसदी कर्मचारी की सैलरी १५,००० रुपये से कम है। इससे कंपनी और कर्मचारी दोनों को फायदा होगा। सरकार के इस कदम से ७२ लाख कर्मचारियों को लाभ होगा। वित्त मंत्री ने कहा कि ईपीएफ में २५०० करोड़ रुपये का निवेश होगा।

सरकार ने कर्मचारियों की टेक होम सैलरी बढ़ाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। जिन कर्मचारियों का २४त्न ईपीएफ अंशदान सरकार नहीं भर रही है यानी जिनकी सैलरी १५ हजार से ज्यादा है, उनके मामले में नियोक्ता और कर्मचारी दोनों के लिए पीएफ में योगदान का प्रतिशत घटाकर १२ से १० प्रतिशत किया गया है। इससे नियोक्ताओं के पास ६,७५० करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी उपलब्ध होगी।

ध्यान रहें कि केंद्रीय कर्मचारियों और सार्वजनिक उपक्रमों (पीएसयू) में के मामले में यह प्रावाधान नहीं होगा। उनके पीएफ अकाउंट में पहले की तरह ही २४त्न जाएगा, १२त्न नियोक्ता और १२त्न कर्मचारी का।
अन्य अहम ऐलान

– वेतन को छोड़ कर दूसरे प्रकार के भुगतान पर टीडीएस, टीसीएस की दर ३१ मार्च २०२१ तक २५ प्रतिशत कम की गयी, इससे इकाइयों के हाथ में खर्च करने को ५०,००० करोड़ रुपये की राशि मुक्त होगी।

– एमएसएमई परिभाषा को बदला जाएगा। निवेश सीमा का दायरा बढ़ाया जाएगा, कारोबार आधारित मानदंड पेश किया जाएगा।
– वृद्धि क्षमता रखने वाली लघु और मझोली इकाइयों में एमएसएमई में एमएसएमई फंड ऑफ फंड के जरिये ५०,००० करोड़ रुपये की शेयर पूंजी डाली जाएगी।
– एमएसएमई को दिये जाने पर कर्ज को लौटाने के लिये एक साल की मोहलत दी जाएगी, दबाव वाले एमसएएमई को २०,००० करोड़ रुपये का (बिना गारंटी के) कर्ज दिया जाएगा, इससे २ लाख एमएसएमई लाभान्वित होंगे
– कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) कर्मचारी और नियोक्ता के अंशदान के लिए सरकार २,५०० करोड़ रुपये देगी, यह प्रोत्साहन योजना अगस्त तक के लिये बढ़ायी गयी।
– गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों, आवास वित्त कंपनियों और एमएफआई (सूक्ष्म वित्त संस्थान) के लिये ३०,००० करोड़ रुपये के धन के उधार की सुविधा।
– एनबीएफसी को आंशिक क्रेडिट गारंटी योजना के जरिये ४५,००० करोड़ रुपये की नकदी उपलब्ध करायी जाएगी।
– बिजली वितरण कंपनियों के समक्ष गंभीर संकट, ९०,००० करोड़ रुपये की आपात नकदी उपलब्ध करायी जाएगी।

– – आयकर रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तारीख ३० नवंबर तक बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही ऑडिट की तारीख ३१ अक्टूबर और विवाद से विश्वास योजना को ३१ दिसंबर २०२० तक बढ़ाया गया है।

– करदाताओं को १८,००० करोड़ रुपये का रिफंड किया गया, १४ लाख करदाताओं को लाभ।
– सूक्ष्म लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसमई) के बिना गारंटी के स्वचालित तीन लाख करोड़ रुपये का कर्ज, ४५ लाख एमएसएमई इकाइयों को लाभ।

Related Articles

http://media4support.com/wp-content/uploads/2020/07/images-9.jpg
error: Content is protected !!