नई दिल्ली@m4s: चार मई से शुरू हो रहे लॉकडाउन के तीसरे चरण में सरकार की सबसे बड़ी चिंता रेड जोन को लेकर है। अगले १४ दिन में इन क्षेत्रों का रंग ऑरेंज करने की चुनौती है। इन क्षेत्रों में लगातार मामले बढ़ रहे हैं और इनमें अधिकांश वह शहर शामिल हैं जो व्यापारिक, राजनीतक और आर्थिक गतिविधियों के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है। साथ ही इनमें घनी आबादी भी मौजूद है। बढ़े हुए लॉक डाउन में इन क्षेत्रों पर सबसे ज्यादा फोकस किया जाना है। यहां घर-घर सर्वे, हर रोज टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने और एक ही दिन में रिपोर्ट लाए जाने की तैयारी की जा रही है।
लॉक डाउन दो चरणों में सरकार ने देश के बड़े हिस्से में कोरोना संक्रमण को तेजी से फैलने पर रोकने में सफलता हासिल की है, लेकिन रेड जोन वाले क्षेत्रों में दिक्कतें अभी बनी हुई है और इससे खतरा भी बरकरार है। सरकार की कोशिश १७ मई तक सभी रेड जोन को ऑरेंज जोन में लाने की है। इसके लिए वह सख्ती भी बढ़ाएगी और जो छूट दी गई हैं उनको भी बेहद नियंत्रित ढंग से लागू किया जाएगा ताकि संक्रमण कम से कम फैले।
मध्य प्रदेश सरकार ने तो सतर्कता बरतते हुए शराब की दुकानों को खोलने का फैसला भी वापस ले लिया है। वहां अब १७ मई तक शराब की दुकानें बंद रहेंगी।
कोरोना सर्वे और टेस्टिंग बढ़ेगी
सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में रेड जोन और ज्यादा प्रभावित ऑरेंज जोन में अधिक आबादी वाले क्षेत्रों में घर घर जाकर फ्लू सर्वे का काम तेज किया जाएगा। यहां पर टेस्टिंग भी बढ़ेगी और कोशिश की जाएगी कि एक दिन में ही रिपोर्ट आ जाय। गौरतलब है कि सबसे ज्यादा मामले मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना से सामने आ रहे हैं। इन राज्यों में दिल्ली, मुंबई अहमदाबाद, इंदौर, जयपुर, आगरा जैसे बड़े नगर है।
घरों तक पहुंचे लोगों पर नज़र
प्रवासी मजदूरों और छात्रों की अपने घरों तक वापसी भी सरकार के लिए परेशानी के कारण है, क्योंकि उन पर अगले दो हफ्ते तक कड़ी नजर रखनी होगी। साथ ही उनको क्वॉरेंटाइन करने से लेकर रोजगार तक की व्यवस्था भी देखनी होगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने तो इस बारे में कई कदम उठाए भी हैं, लेकिन अन्य राज्यों से अभी पूरी रिपोर्ट नहीं मिली है।
प्रतिबंधों में रहेगी रेड जोन
सूत्रों के अनुसार रेड जोन वाले क्षेत्रों में अभी काफी समय तक सख्त प्रतिबंध लागू रहेंगे। १७ मई के बाद जब लॉक डाउन का तीसरा चरण खत्म होगा तब भी वहां पर सख्ती के साथ नियमों पर का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि मई के महीने भर इन क्षेत्रों में कड़ाई बरतने से संक्रमण पर प्रभावी रोक लगाई जा सकेगी।