कोरबा@M4S: समस्त विस्थापितों की कृषि योग्य भूमि लैंको अमरकंटक पावर प्लांट के लिए वर्ष 2004 05मार्च में 300× 300 =600 मेघा वाट यूनिट 1 व 2 के लिए जमीन अधिग्रहण किया गया था जिसमें अधिकांश लोगों को स्थाई रोजगार दे दिया गया, लैंको प्रबंधक द्वारा 1,10 ,2007 को शासन प्रशासन और विस्थापितों के बीच एग्रीमेंट किया गया था जिसमें कुल 330 भू विस्थापित को स्थाई रोजगार दिया जाना था किंतु 10 से 12 विस्थापित नाबालिक होने के कारण स्थाई रोजगार से वंचित रह गए थे जो कि विगत 8 वर्षों से स्थाई रोजगार हेतु योग्य हो गए हैं परंतु लैंको प्रबंधन के द्वारा उक्त भू विस्थापितों को अभीतक रोजगार प्रदान नही किया है, वर्ष 2021 में तत्कालीन माननीय कलेक्टर महोदय के द्वारा लैंको पावर प्लांट में भू विस्थापित प्रभावितों को स्थाई रोजगार दिए जाने के संबंध में तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई थी जिसका अध्यक्ष अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कोरबा को बनाया गया था जिन्हें 1 सप्ताह के अंदर जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को प्रस्तुत करना था अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के द्वारा जांच पड़ताल करने के बाद विस्थापितों के पक्ष में फैसला आया व लैंको प्रबंधन से 3 दिवस के अंदर जवाब मांगा गया परन्तु लैंको प्रबंधन द्वारा अभीतक कोई उचित कार्यवाही नही किया गया और नही कोई जवाब प्रस्तुत किया गया है,उक्त विषय को लेकर भू विस्थापितों के द्वारा 1।11।2022 को लैंको पावर प्लांट के गेट के समीप भूख हड़ताल का चेतावनी दिया गया है जिसका की भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा उरगा मंडल के अध्यक्ष कमलेश अनन्त ने अपना समर्थन प्रदान किया है।