लाॅक डाउन के कारण दिल्ली में फंसे कोरबा के 73 लोगों की आज हुई वापसी राजधानी एक्सपे्रस से बिलासपुर पहुंचने के बाद जिला प्रशासन ने बसों से लाया कोरबा, 14 दिन तक रहेंगे क्वारेंटाइन

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कोरबा@M4S:कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण दिल्ली में फंस गये कोरबा जिले के 73 लोगों की आज घर वापसी हुई है। यह सभी लोग पढ़ने या अपने व्यवसाय या ईलाज कराने या घूमने के लिए दिल्ली गये थे और कोरोना संक्रमण के कारण लाॅक डाउन की घोषणा के बाद वहां फंस गये थे। यह सभी लोग कल नई दिल्ली से चली विशेष राजधानी एक्सपे्रस ट्रेन से आज दोपहर बिलासपुर पहुंचे थे। बिलासपुर में इन सभी लोगों की मेडिकल स्क्रिनिंग की गई। इसके बाद इन्हे जिला प्रशासन द्वारा बिलासपुर भेजी गई बसों से कोरबा लाया गया। कोरबा में इन सभी लोगों को आगामी 14 दिनों तक क्वारेंटाइन सेंटरों में रखा जायेगा। यहां इनका फिर से मेडिकल चेकअप किया गया है। दिल्ली से आने वाले यह सभी लोग क्वारेंटाइन अवधि पूरी होने के बाद ही अपने घर जा सकेंगे। जिला प्रशासन द्वारा होटल फोर सीजन में 26, होटल महराजा आशीर्वाद इन में पांच, डी-2 हास्टल एनटीपीसी में पांच, गोपालपुर के केंद्रीय विद्यालय में आठ, इरेक्टर हास्टल में दो, मिनी माता गल्र्स कालेज हास्टल में आठ, पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास में चार और कुसमुंडा के आदर्श सामुदायिक केंद्र में 15 लोगों को आने वाले 14 दिनों के लिए क्वारेंटाईन में रखा गया है।
      एसडीएम  सुनील नायक ने आज यहां बताया कि दिल्ली में फंसे 73 लोगों को लेकर तीन बसें शाम पांच बजे के आसपास कोरबा पहुंची है। इन बसों से आये हुए लोगों के लिए जिला प्रशासन ने क्वारेंटाईन सेंटरों में ठहरने की व्यवस्था की है। एनटीपीसी, सीएसईबी, बालको तथा एसईसीएल के कामगारों के परिवारों के लोगों के लिए डी-2 हास्टल एनटीपीसी, ईरेक्ट हास्टल सीएसईबी, बालको गेस्ट हाउस नंबर दो तथा आदर्श सामुदायिक केंद्र कुसमुंडा में क्वारेंटाइन की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है। जिला प्रशासन ने पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास, मिनीमाता गल्र्स कालेज हास्टल, आईटीआई गोपालपुर, केंद्रीय विद्यालय गोपालपुर, सर्वमंगला के पास भण्डार कक्ष सहित आईटी कालेज में भी अन्य प्रांतों से लौटे लोगों को क्वारेंटाइन में रखने की पूरी व्यवस्थाएं की है। इन जगहों पर अन्य प्रांतों से लौटे लोगों के रहने के साथ-साथ खाने-पीने आदि की निःशुल्क व्यवस्था शासन के दिशा निर्देशों के अनुसार की गई है।      
 एसडीएम  सुनील नायक ने बताया कि क्वारेंटाइन में रहने वाले लोगों द्वारा अतिरिक्त सुविधाओं की मांग अनुसार भी प्रशासन ने कोरबा शहरी क्षेत्र के चार होटलों को भी क्वारेंटाइन सेंटर के रूप में चिन्हाकित किया है। होटल महाराजा इन, होटल ग्रीन पार्क, होटल टाप इन टाउन और होटल फोर सीजन में अतिरिक्त सुविधाओं की मांग करने वाले लोगों को निर्धारित शुल्क देकर क्वारेंटाईन में रहने की सुविधा दी जा रही है। इन होटलों में वातानुकूलित कमरे के लिए साढ़े सात सौ रूपये प्रति व्यक्ति प्रतिदिन की दर जिला प्रशासन द्वारा होटल संचालकों की सहमति अनुसार निर्धारित की गई है। एक कमरे में अधिकतम दो लोग रह सकेंगे। इस निर्धारित शुल्क में ही ठहरने वाले के लिए सुबह एवं शाम का नास्ता तथा दोपहर एवं रात में शाकाहारी भोजन की व्यवस्था भी प्रशासन द्वारा की गई है। होटलों में बने क्वारेंटाइन सेंटरों में ठहरने वाले लोगों को इसके अतिरिक्त किसी अन्य सुविधा के लिए होटल प्रबंधन को निर्धारित शुल्क देना होगा।

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