कोरबा@M4S:कोरबा में लगातार हो रही बारिश आफत बन चुकी है। लगातार हो रही वर्षा के कारण नदी, नाला व नहर उफान पर है। कई गांव टापू में तब्दील हो गया है। नालों में बने पुल के ऊपर से पानी बहने से कई गांवों का संपर्क टूट गया है। ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा शहरी व उप नगरीय इलाकों के कई घरों में पानी भर गया है। जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। लगातार बारिश से दर्री बरॉज का भी जलस्तर बढ़ गया है, जिसे देखते हुए जल संसाधन विभाग ने दर्री बरॉज के दो गेट खोल दिए हैं। मौसम विभाग ने पहले ही भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी कर दिया था, बारिश का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि तान नदी ओैर कई नाले उफान पर है। इनका पानी मुख्य नदी हसदेव में पहुंचने से वह बौराई हुई है। छुरी और धनरास के आगे नदी का बहाव काफी तेज होने से हसदेव बराज पर इसका सीधा असर हुआ। स्थिति को ध्यान में रखते हुए आज सुबह हसदेव बराज के गेट क्रमांक 10-11 खोल दिए गए। विभाग ने बताया कि 1 गेट से 1413 क्यूसेक और दूसरे गेट से 4 हजार क्यूसेक प्रति सेकेण्ड पानी नदी में छोड़ा गया है। अगली स्थिति तक यह सिलसिला कायम रहेगा,इधर एसईसीएल दीपका क्षेत्र के क्षेत्र के प्रगति नगर आवासीय परिसर में एक बार फिर बारिश ने समस्या पैदा कर दी। पिछली बार की समस्याओं के बावजूद एसईसीएल प्रबंधन ने निकासी की व्यवस्था को लेकर ध्यान नहीं दिया। नतीजा अब सामने है। दीपका के प्रगतिनगर कॉलोनी के मकानों में घुसा पानी
भारी बारिश से दीपका के प्रगतिनगर बी टाईप आवासों में पानी प्रवेश कर गया। एमक्यू कालोनी में इसी तरह के हालात है। लोगों को सुरक्षित क्षेत्र में जाना पड़ा है। इसके अलावा कुसमुंडा क्षेत्र के कई मकान भी जलमग्न है। बालको, सीतामणी सहित अन्य डुबान क्षेत्र के मकानों में भी बारिश का पानी भर गया है।m1
पाली से बाहर जाने वाले लगभग सभी रास्तों के पुल टूट व डूब चूके हैं। नदी, नाले उफान पर है। भारी बारिश से शासकीय विभागों में कामकाज ठप पड़ गया है।
लगातार हो रही बारिश से जहां खदान का उत्पादन भी घट गया है। वहीं बारिश के दूसरे दिन कुसमुंडा खदान के तीन नंबर एमटीके के साइकिल स्टैण्ड, कैंटीन परिसर के साथ खदान परिक्षेत्र में पानी भर गया है। ड्यूटी में गए कर्मचारी घुटने तक पानी में चलकर आने-जाने को मजबूर है। खदान के भीतर फिलहाल पंप के डूबने की खबर नहीं है। हालांकि बारिश अगर ऐसे ही जारी रही तो हालात बिगड़ सकते हैं। बरसात की वजह से जरूर उत्पादन की गति धीमी हो गई है। वहीं दूसरी ओर कुसमुंडा क्षेत्र के कालोनियों में पानी भर गया है,बारिश का पिछला रिकॉर्ड टूटा झमाझम बारिश ने पिछले कई वर्षों के रिकार्ड तोड़ दिए हैं। उप संचालक कृषि की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार 29 सितंबर तक कोरबा ब्लाक में 44, करतला ब्लाक में 50.8, कटघोरा ब्लाक में 45.4, पाली में 90 और पोड़ी उपरोड़ा में 29.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। पिछले 13 वर्षों के औसत वर्षा के आधार पर इस बार जिले में 105.51 मिलीमीटर वर्षा अधिक हुई है। सामान्य वर्षा की तुलना में इस बार 94.70 अधिक वर्षा दर्ज की गई है।
VIDEO:लगातार हो रही बारिश से कोरबा हुआ तरबतर,दर्री डैम के दो गेट खोले गए
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