कोरबा@m4s:जनपद पंचायत कोरबा के विभिन्न पंचायतों में कार्यरत रोजगार सहायकों ने मनरेगा के सहायक परियोजना अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कलेक्टर से शिकायत की है। रोजगार सहायकों का कहना है कि परियोजना अधिकारी उन्हें आर्थिक और मानसिक रुप से प्रताडि़त कर रहा है। अधिकारी के खिलाफ अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो उन्हें मजबूरी में नौकरी छोडऩी पड़ेगी।
ग्राम पंचायतों में होने वाले विभिन्न निर्माण कार्यों का लेखा जोखा रखने वाले रोजगार सहायक इन दिनों काफी परेशान है। कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर उन्होंने मनरेगा के सहायक परियोजना अधिकारी संदीप पर खुद को मानिसक और आर्थिक रुप से प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि पंचायत में होने वाले हर निर्माण कार्य के लिए उउसके द्वारा कमिशन मांगा जाता है जिसकी पूर्ति उनके द्वारा उधार लेकर की जा रही है। इतना ही नहीं मनरेगा के तहत हुए कार्यों की निरिक्षण के लिए दिल्ली से टीम आई हुई थी जिनके आने-जाने,खाने-पीने सहित अन्य खर्चों के लिए प्रत्येक रोजगार सहायक से 40-40 हजार रुपए लिए गए। अपनी नौकरी बचाने के लिए मजबूर होकर उन्हें पैसे देने पड़े।मनरेगा के सहायक परियोजना अधिकारी को चढ़ावा चढ़ा-चढ़ाकर रोजगार सहायक थक गए है। पिछले तीन साल से अधिकारी उनका शोषण कर रहा है। रोजगार सहायकों ने कहा,कि कलेक्टर इस मामले में कार्रवाई नहीं करते तो मजबूर होकर उन्हें काम छोडऩा पड़ेगा।