कोरबा@M4S: एसईसीएल की रजगामार परियोजना क्षेत्र के लगभग डेढ़ सौ स्कूली बच्चों को लाने-ले जाने के लिए लगाए गए मात्र एक बस के कारण हो रही असुविधा से जुड़ी खबर प्रमुखता से प्रकाशित किए जाने के बाद एवं जनप्रतिनिधि के द्वारा पहल किये जाने से एक और बस एसईसीएल ने प्रदान की है। अब दो बस मिल जाने से बच्चों को राहत और परिजनों की चिंता में कमी होगी।हालांकि कम से कम एक और बस की दरकार बनी हुई है।एसईसीएल के रजगामार परियोजना क्षेत्र से करीब 150 की संख्या में छोटे-छोटे बच्चे पढ़ाई करने के लिए करीब 40 वर्षों से कोरबा के विभिन्न विद्यालय में एसईसीएल के स्कूल बस से आना-जाना करते आ रहे हैं। पहले एसईसीएल प्रबंधन स्कूली बच्चों के लिए 4 स्कूल बस का परिचालन कराती थी। अभी वर्तमान में एसईसीएल रजगामार के प्रबंधन के द्वारा सभी बस को बंद करा कर 28 सीटर एक स्कूल बस के माध्यम से करीब डेढ़ सौ बच्चे को अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए कोरबा गंतव्य हेतु ठूस ठूस कर भरकर कोरबा के विभिन्न विद्यालयों में भेजा जाता रहा। क्षमता से अधिक बच्चे एक ही बस में भरे जाने से इनके परिजन काफी चिंतित रहे। एसईसीएल प्रबंधन से कई बार दो और बस की मांग की गई जिसे टाला जा रहा था। कर्मचारी सहित रजगामार के जनप्रतिनिधि प्रबंधन की कार्यशैली से काफी नाराज दिखे। इस मसले को रामपुर विधायक पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर के प्रतिनिधि अनिल चौरसिया ने कलेक्टर संजीव झा एवं एसडीएम सीमा पात्रे के भी संज्ञान में लाया। समाचार प्रकाशन उपरांत इसे गंभीरता से लेते हुए एसईसीएल प्रबंधन को सूचना भेजी गई। एसईसीएल प्रबंधन ने एक और स्कूल बस कोरबा एसईसीएल क्षेत्र से मंगाकर आज बच्चों को विभिन्न स्कूलों में ले जाने के लिए उपलब्ध कराया। अब दो बस मिल जाने से छात्र-छात्राओं सहित परिजनों ने राहत की सांस ली है।