कोरबा@M4S:गौरेला पेण्ड्रा मरवाही स्थित ग्राम दानीकुण्ड में राजस्व मंत्री ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि जिले के विकास के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। आपने देखा होगा कि माननीय मुख्यमंत्री ने घोषणा किये जाने के छैः महिने के भीतर नए जिले गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही का गठन किया और उन्हे खुद इस बात की चिंता है कि इस क्षेत्र का तेजी से विकास हो।
मुझे जिले का प्रभारी मंत्री बनाए जाने के बाद मैने महसूस किया कि आम नागरिकों की सुविधा के लिए मरवाही में एस.डी.एम. कार्यालय खोला जाना चाहिए और आप स्वयं देख सकते हैं कि मरवाही में एस.डी.एम. कार्यालय संचालित हो गया है। इसी प्रकार मरवाही में नगर पंचायत बन जाने के बाद तेजी से क्षेत्र का विकास होगा। विगत छैः महिनों के भीतर क्षेत्र के विकास के लिए लगभग 150 करोड़ के विकास कार्यों की घोषणा व मंजूरी दी जा चुकी है।
वन अधिकार के तहत क्षेत्र के आदिवासीयों और वनांचल में रहने वाले लोगों को ज्यादा सशक्त किया गया है। वनोपजों की मूल्य तय होने से आदिवासीयों को ज्यादा लाभ मिल सकेगा। उपरोक्त विचार राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने गौरेला-पेण्ड्र-मरवाही में आयोजित सामुदायिक वन संसाधन अधिकार प्रशिक्षण सह कार्यशाला में कही। इस अवसर पर जिले के ग्रामीणों की आय वृद्धि हेतु अनेक वनोपज का खाद्य प्रसंस्करण संयंत्रों का उद्धाटन किया। इस बीच राजस्व एवं आपदा प्रबंधन अधोसंरचना मद से नेचर कैम्प के रख-रखाव एवं पर्यटन के दृष्टि से बेहतर निर्माण करने हेतु 50 लाख रूपये देने के अलावा अनेक विकास कार्यों की घोषणा की।
प्रदेश के वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने वनोपजों की खरीदी दर को पुनरीक्षित कर वनांचल के लोगों के हितों की चिंता की है। इस अवसर पर प्रभारी मंत्री ने अनेक विकास कार्यों की घोषणाएं की है जिसके लिए धन विधायक निधि से उपलब्ध कराये जाएंगे। क्षेत्र का सर्वांगीण एवं समावेशी विकास ही हमारा लक्ष्य है। इस बात पर मुख्यमंत्री ने भी जोर देकर लोकवाणी में ये आम नागरिकों को आश्वस्त किया है।
इस अवसर पर कांकेर विधायक एवं संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी, जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता, बिलासपुर जिला अध्यक्ष विजय केसरवानी, छाया विधायक गुलाबराज, प्रदेश महामंत्री उत्तम वासुदेव, पूर्व विधायक पहलवान सिंह मरावी मुख्य रूप से मौजूद थे।
राजस्व मंत्री ने खोला विकास का पिटारा
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