यात्रीगण ध्यान दें! ट्रेनों में नहीं मिल रही है कंफर्म सीट ट्रेनों में अतिरिक्त कोच फिर भी वेटिंग लिस्ट कम नहीं

- Advertisement -

कोरबा@M4S: उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, दिल्ली और मुंबई जाने वाली ज्यादातर ट्रेनें 10 फरवरी तक पैक हो गई हैं। नए साल का जश्न मनाने के बाद रायपुर से बाहर जाने वालों को ट्रेनों में कंफर्म सीट नहीं मिल रही है। आरक्षण केंद्र पर यात्री कंफर्म टिकट पाने के लिए जद्दोजहद करते नजर आ रहे हैं।


नए साल को देखते हुए रेलवे आधा दर्जन से अधिक ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगा चुका है, लेकिन उसके बाद भी ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट कम नहीं हो रही है। यात्रियों को एक मात्र सहारा तत्काल टिकट का है, लेकिन रायपुर में कोटा कम होने की वजह से तत्काल टिकट भी नहीं मिल पा रही है। रेल अफसरों की मानें तो त्योहार के सीजन में ज्यादातर ट्रेनें पैक हो जाती हैं। रेलवे के मुख्य रिजर्वेशन कार्यालय में सुबह से लेकर रात 8 बजे तक तीन काउंटरों में एक साथ रिजर्वेशन टिकट बन रहे हैं। इसके बावजूद सामने रखी कुर्सियों में जितने लोग बैठे होते हैं, उतने लाइनों में अपनी बारी का इंतजार करते नजर आते हैं। रेल अफसरों की मानें तो उत्तर प्रदेश, दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों की ट्रेनों में लंबी वेटिंग हैं। ट्रेनों में यात्रा से 24 घंटे पहले तत्काल बुकिंग शुरू होती है। ट्रेनों में लंबी वेटिंग के चलते तत्काल टिकट मिलने की संभावना भी कम नजर आ रही है। तत्काल टिकटों का कोटा भी सीमित है।रेलवे प्रशासन ट्रेनों में बढ़ती भीड़ को देखते हुए करीब आधा दर्जन एक्सप्रेस ट्रेनोंं में अतिरिक्त कोच भी लगाया है। इसके बाद भी ट्रेनों की वेटिंग लिस्ट कम नहीं हो रही है। इससे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
लेटलतीफी का बना है सिलसिला
ट्रेनों में जहां नेा बर्थ की स्थिति है वहीं दूसरी ओर लेटलतीफी की वजह से यात्री परेशान हो रहे हैं। ट्रेनें 5 से 7 घंटे विलंब से गंतव्य तक पहुंच रही है। खासकर कोरबा से चलने वाली सभी ट्रेनों में यही स्थिति बनी हुई है। एक तरफ रेलवे कोयला लदान में रिकार्ड बना रहा तो दूसरी ओर यात्री ट्रेनों की चाल बिगड़ी हुई है। कभी भी रेल प्रबंधन की लापरवाही आक्रोश का कारण बन सकती है।
गेवरा से शुरू नहीं हुआ ट्रेनों का परिचालन
गेवरा रेलवे स्टेशन से लगभग 9 माह से यात्री ट्रेनों का परिचालन बंद है। गेवरा से ट्रेन चलाने की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन भी किये जा रहे हैं। माकपा के बाद स्थानीय व्यापारी संगठन भी गांधीगिरी के रास्ते पर चलते हुए प्रदर्शन कर रहा है। इसके बाद भी रेल प्रबंधन बंद ट्रेनों के परिचालन को लेकर गंभीर नहीं है।

Related Articles

http://media4support.com/wp-content/uploads/2020/07/images-9.jpg
error: Content is protected !!