नई दिल्ली(एजेंसी):तीन कैडेट वाला महिला फाइटर पायलटों का पहला बैच 18 जून को भारतीय वायु सेना में शामिल किया जाएगा। भावना कंठ, मोहना सिंह और अवनी चतुर्वेदी को वायु सेना की पहली महिला फाइटर पायलट टीम का हिस्सा बनने का गौरव प्राप्त हुआ है।
रक्षा मंत्रालय ने महिलाओं को फाइटर पायलट के रूप में शामिल करने के प्रस्ताव को अक्तूबर 2015 में हरी झंडी दी थी।
वायु सेना ने अपने इन तीन महिला फाइटर प्रशिक्षुओं को सलाह दी है कि 18 जून 2016 को वायु सेना में शामिल होने के बाद कम से कम चार साल तक उनको मातृत्व सुख से वंचित रहना होगा।
इस पर वायु सेना के उप प्रमुख एयर मार्शल बी एस धनोवा ने कहा कि ऐसा इसलिए कहा गया है ताकि उनके प्रशिक्षण का कार्यक्रम प्रभावित न हो। इन प्रशिक्षुओं को हैदराबाद के पास प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वायु सेना ने इस बारे में केवल एडवाइजरी जारी की है्, यह कोई नियम के तहत प्रवाधान नहीं है।
गौरतलब है कि लाइव हिन्दुस्तान डॉट कॉम ने 17 दिसंबर 2015 को खबर दी थी कि भारतीय वायु सेना को पहली महिला फाइटर पायलट मिलने वाली हैं। हैदराबाद के पास वायु सेना अकादमी में चल रहे प्रशिक्षण में लड़ाकू विमान उड़ाने के लिए तीन महिला पायलटों को इसमें दक्ष पाया गया है।
ये कैडेट्स 19 दिसंबर को डुंडीगल एयर फोर्स अकेडमी से पास आउट हुई थीं। उनका चयन हैदराबाद के पास हकीमपेट में लड़ाकू विमान किरण एमके2 के प्रशिक्षण के लिए किया गया था, जिसका प्रशिक्षण समय 6 महीने है।
हकीमपेट में दूसरे चरण का प्रशिक्षण बहुत ही अहम है क्योंकि यहां पर प्रशिक्षुओं के प्रदर्शन से तय होगा कि वे अंतिम चरण के लिए फिट हैं या नहीं।
तीनों महिला कैडेट्स जून 2016 में कर्नाटक के बिदर में तीसरे चरण के प्रशिक्षण के लिए जाएंगी, जहां पर एक साल के लिए उनको ब्रिटिश हॉक एडवांस्ड जेट ट्रेनर्स का प्रशिक्षण मिलेगा, जिसके बाद वे सुपरसॉनिक फाइटर प्लेन्स उड़ा सकती हैं।