प्रदर्शन में शामिल लोगों का मानना है कि अग्निपथ योजना के अग्नि को अगर नहीं रोका गया, तो हम सब इसके आग में जलकर भस्म हो जाएंगे। जिन नीतियों का अब तक सरकारी प्रतिष्ठानों और सार्वजनिक उपक्रमों में प्रयोग हो रहा था, उसे अब सेना में प्रयोग करने की विध्वंसकारी कोशिश शुरू हुई है।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए माकपा जिला सचिव प्रशांत झा ने कहा कि अग्निपथ योजना छल कपट के साथ अति राष्ट्रवादी बयानबाजी के साथ सेना में चोर दरवाजे से ठेका प्रथा और अस्थाई रोजगार लाने वाला कदम है।यह भारत के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने में अपनी विफलता को छुपाने के लिए किया गया एक हताशापूर्ण प्रयास है।इसका कार्यकुशलता, रोजगार की गुणवत्ता और सैन्य बलों की दक्षता पर विनाशकारी प्रभाव पड़ने वाला है।
किसान सभा के जिलाध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर, दीपक साहू,जय कौशिक,संजय यादव ने कहा कि 2014 में हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा करने वाली सरकार अब धोखा देकर बिना पेंशन के चार साल के निश्चित अवधि के अनुबंध की घोषणा करके बेरोजगार युवाओं को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रही है।किसान सभा के नेताओं ने कहा की सरकार निर्दोष युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। यह कदम हमारे देश की सेना को भी कमजोर करेगा।
नौजवान सभा के सदस्य पुरषोत्तम कंवर,और दामोदर श्याम ने कहा कि अग्निपथ योजना को जवान विरोधी, किसान विरोधी और राष्ट्र विरोधी बताते हुए जिले के युवाओं से भी इस योजना के खिलाफ राष्ट्रव्यापी विरोध में शामिल होने की अपील की और कहा कि केंद्र सरकार “जय जवान,जय किसान” के नारे की भावना को तहस- नहस करने पर तुली है। इस योजना से न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा और बेरोजगार युवाओं के सपनों के साथ खिलवाड़ है, बल्कि देश के किसान- युवाओं के साथ भी धोखा है। यह देश के लिए शर्म का विषय है कि “वैन रैंक वन पेंशन” के वादे के साथ पूर्व सैनिकों की रैली से अपना विजय अभियान शुरू करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब “नो रेंक नो पेंशन” की इस योजना को लाद दिया है। मातृभूमि के लिए त्याग, तपस्या और बलिदान के अरमानों के साथ सेना में भर्ती होने वाले नौजवानों का इस तरह का अपमान राष्ट्र स्वीकार नहीं करेगा।
प्रदर्शन के बाद एसईसीएल के कुसमुंडा मुख्यालय के सामने मोदी सरकार का पुतला फूंका गया। प्रदर्शन में रेशम यादव,राधेश्याम, रघु,मोहन,बलराम के साथ बड़ी संख्या में युवा उपस्थित थे।